सीआईए ने चीन के लिए नया मिशन केंद्र स्थापित किया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सीआईए ने गुरुवार को कई संरचनात्मक परिवर्तनों की घोषणा की, जिसमें चीन के लिए एक नया मिशन केंद्र स्थापित करना शामिल है। सीएएन की एक हालिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। चीन को संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए एक लंबी अवधि का खतरा मानते हुए यह कदम उठाया गया है। सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स ने एक बयान में चीनी को 21वीं सदी में सबसे बड़ा भू-राजनीतिक खतरा करार दिया। बर्न्स ने कहा कि नया चीन मिशन केंद्र 21वीं सदी में हमारे सामने सबसे महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक खतरे पर हमारे सामूहिक कार्य को और मजबूत करेगा।
सीआईए ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि वह चीन पर शीर्ष स्तरीय कार्यकारी समूह का गठन करेगी, ताकि बीजिंग के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला किया जा सके। सीआईए द्वारा संचालित करीब एक दर्जन मिशन केंद्रों में अब यह समूह भी शामिल होगा, जिसमें चीन के प्रति रणनीति को लेकर एक नियमित अंतराल में उच्च स्तरीय बैठकें होंगी। अन्य समायोजनों में एक नया अंतरराष्ट्रीय और प्रौद्योगिकी मिशन केंद्र और एक मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी पद शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह दूसरा मिशन केंद्र अमेरिका की वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगा। सीआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वैश्विक स्वास्थ्य, आर्थिक सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और प्रौद्योगिकी सहित यह मिशन केंद्र अमेरिका की वैश्विक प्रतिस्पर्धा के संदर्भ में सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित होगा।
रिपोर्ट के अनुसार, सीआईए चीन के पूर्व विश्लेषक रॉडनी फराओन का कहना है कि सीआईए के मिशन केंद्र संचालन और विश्लेषण के प्रमुख कार्यों को एकीकृत करते हैं, जो आतंकवाद और प्रतिवाद जैसे अन्य प्रमुख मिशन केंद्रों की ओर इशारा करते हैं। राष्ट्रपति की दैनिक ब्रीफिंग में जिम्मेदारी निभाने वाले फराओन ने आगे कहा, विचार यह है कि जितना अधिक संचार और सहयोग के साथ वे एक साथ मिलकर काम करते हैं, संग्रह और खुफिया उत्पादन के परिणाम उतने ही बेहतर होते हैं। अधिकारी ने कहा कि दो मिशन केंद्र स्वाभाविक रूप से ओवरलैप (परस्पर-व्याप्त होना) करते हैं, क्योंकि चीन के साथ प्रतिस्पर्धा का मुख्य क्षेत्र प्रौद्योगिकी है। उन्होंने कहा, यह नवाचार के बारे में है और यह सुनिश्चित करता है कि हम प्रौद्योगिकी में क्रांति के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
(आईएएनएस)
Created On :   7 Oct 2021 8:30 PM IST