क्वाड समिट को लेकर चीन ने की भविष्यवाणी, कहा, इसका विफल होना तय, अमेरिका को बताया वजह
- भारत अपनी सैन्य क्षमता में लगातार बढ़ोत्तरी कर रहा है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जापान दौरे पर गए पीएम नरेंद्र मोदी 24 मई को क्वाड समिट में हिस्सा लेंगे। इसी बीच चीन ने कवाड समिट को लेकर भविष्यवाणी की है। चीन का कहना है कि यह समिट पूरी तरह विफल होगा, क्योंकि यह केवल चीन पर काबू करने की अमेरिकी कवायद है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने चीन के गुआंगझाऊ शहर में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ हुई संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि, हिन्द-प्रशांत रणनीति अंतर्राष्ट्रीय समुदाय खासकर हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में ज्यादा अधिक सतर्कता और चिंता पैदा कर रही है।
क्वाड की रणनीति विभाजन पैदा करने वाली
वांग ने कहा कि इंडो-पैसिफिक सही अर्थों में विभाजन पैदा करने, आपसी टकराव को बढ़ाने एवं शांति को कम करने की रणनीति है। चीनी विदेश मंत्री के अनुसार, यह रणनीति भले ही कितनी भी गुप्त हो, लेकिन आखिर में यह असफल ही साबित होगी।
गौरतलब है कि चीन शुरुआत से ही क्वाड को लेकर अपना विरोध दर्ज कराता रहा है। वह इसे अपने वैश्विक उभार को कम करने की रणनीति के रुप में देखता है। चीन कई मौकों पर क्वाड को एशियाई नाटो बताकर अपना विरोध भी प्रकट कर चुका है क्योंकि वह इसे अपने वैश्विक उभार को कम करने की रणनीति के रुप में देखता है।
भारत का क्वाड से जुड़ना चीन की सबसे बड़ी चिंता
भारत क्वाड का महत्वपूर्ण सदस्य है, और यही बात चीन को सबसे ज्यादा चिंता में डालती है। चीन के अनुसार, अगर भारत इस समूह के जरिए अन्य महाशक्तियों से जुड़ता है तो वह भविष्य में उसके लिए बड़ी मुश्किलें पैदा कर सकता है। चीनी के अनुसार, भारत अपनी सैन्य क्षमता में लगातार बढ़ोत्तरी कर रहा है। वह आने वाले समय में सुपर पॉवर बनकर उभरेगा
चीन को डर है कि क्वाड के अन्य सदस्य देशों के सहयोग से भारत अपनी सैन्य ताकत और बढ़ा सकता है जो आने वाले समय में चीन के लिए नुकसान दायक साबित होगा। वहीं भारत के लिए क्वाड बेहद महत्वपूर्ण है, खासकर चीन के साथ वर्तमान सीमा विवाद को देखते हुए। चीन के साथ भारत का सीमा विवाद काफी समय से जारी है। ऐसे में चीनी आक्रमकता का जवाब देने के लिए भारत क्वाड देशों की सहायता से ले सकता है।
जानिए क्या है क्वाड?
क्वाड यानी कवाड्रीलैटरल सिक्योरिटी डायलॉग। इस गठबंधन में चार देश भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं। क्वाड इन चारों देशों के मध्य एक रणनीतिक गठबंधन है। इस ग्रुप का गठन 2007 में हुआ था।
गौरतलब है कि बीते कुछ वर्षों के दौरान चीन ने हिंद महासागर के साथ दक्षिणी चीन सागर में भी अपनी गतिविधियां बढ़ाई हैं। इसी वजह से भारत की मद्द से अमेरिका क्वाड के विस्तार का काम कर रहा है। जिससे चीन के बढ़ते कदमों को रोका जा सके।
Created On :   23 May 2022 8:18 PM IST