बोरिस जॉनसन चुने गए ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री, थेरेसा-ट्रंप ने दी बधाई
- 1.60 लाख कार्यकर्ताओं ने बैलेट वोटिंग कर जॉनसन को प्रधानमंत्री चुना
- जॉनसन का कार्यकाल बुधवार से शुरू होगा
- बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री चुने गए हैं
डिजिटल डेस्क, लंदन। बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री चुने गए हैं। उनका कार्यकाल बुधवार से शुरू होगा। थेरेसा मे के इस्तीफे के बाद सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के बोरिस जॉनसन और जेरेमी हंट प्रधानमंत्री की दोड़ में थे। पार्टी के 1.60 लाख कार्यकर्ताओं ने बैलेट वोटिंग कर जॉनसन को प्रधानमंत्री चुना है। बोरिस जॉनसन को 92153 वोट मिले, जबकि हंट को सिर्फ़ 46,656 वोट मिले। बता दें कि अगले आम चुनाव मई 2022 में होने हैं लेकिन इन्हें जल्द भी कराया जा सकता है।
प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद बोरिस जॉनसन ने कहा, "मैं शक करने वाले उन सभी लोगों से कहना चाहता हूं, हमलोग इस देश को ऊर्जांवित करने जा रहे हैं। हमलोग ब्रेक्ज़िट को संभव कर के दिखाएंगे।" उन्होंने कहा कि वो एक प्रधानमंत्री के रूप में देश के भीतर "कर दिखाने की भावना" जगाएंगे।
निवर्तमान प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने जॉनसन को जीत के लिए बधाई दी। थेरेसा ने कहा, "हमलोग अब मिलकर ब्रेक्ज़िट के लिए काम करेंगे। मेरी तरफ से आपको पूरा समर्थन मिलेगा।"
अमरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने भी बोरिस जॉनसन को ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनाए जाने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि जॉनसन महान नेता साबित होंगे।
Congratulations to Boris Johnson on becoming the new Prime Minister of the United Kingdom. He will be great!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) July 23, 2019
जॉनसन यूके के विदेश मंत्री और लंदन के मेयर भी रह चुके हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद अब वह मंत्रियों की एक नई टीम बनाएंगे। उधर, ब्रेक्सिट पर अलग-अलग रुख के कारण कुछ असंतुष्ट पहले ही इस्तीफे की घोषणा कर चुके हैं जिसमें वित्त मंत्री फिलिप हैमंड भी शामिल हैं। हैमंड ने रविवार को कहा था अगर जॉनसन प्रधानमंत्री बनते हैं, तो वे पद से इस्तीफा दे देंगे।
विदेश मंत्री सर एलन डंकन ने भी जॉनसन के साथ काम करने में असर्थता जताते हुए सोमवार को इस्तीफा दे दिया। इससे पहले न्याय मंत्री डेविड गुइके ने शनिवार को कहा था कि अगर जॉनसन पार्टी नेता चुने जाते हैं, तो मे सरकार के कई मंत्री इस्तीफा दे देंगे।
थेरेसा मे ने ब्रेक्सिट को लेकर यूरोपीय संघ के साथ समझौते को संसद से पास न कराने की वजह से पिछले दिनों इस्तीफ़ा दे दिया था। अब जॉनसन ब्रेक्सिट के साथ कैसे आगे बढ़ेंगे, इसी पर सबसे पहला फोकस रहेगा। जॉनसन अपने ऑफ-द-कफ टिप्पणी के लिए बदनाम है।
वह लंबे समय से कंजर्वेटिव पार्टी के एक प्रभावशाली और मुखर सदस्य रहे हैं। जून 2016 में यूरोपियन यूनियन की सदस्यता पर यूके के जनमत संग्रह से पहले "लीव" वोट का समर्थन करने के उनके निर्णय को परिणाम पर निर्णायक प्रभाव के रूप में देखा गया था।
Created On :   23 July 2019 5:46 PM IST