आस्ट्रेलिया की नागरिकों के लिए एडवाइजरी, भारत यात्रा के दौरान सावधानी बरतने को कहा
डिजिटल डेस्क, कैनबेरा। ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने मंगलवार को अपने नागरिकों को भारत की यात्रा के दौरान "उच्च स्तर की सावधानी" बरतने के लिए कहा। पिछले हफ्ते अमेरिका, यूके, सिंगापुर, कनाडा और इजरायल ने भी अपने नागरिकों को इसी तरह की सलाह दी थी और उन्हें नॉर्थईस्ट इलाकों में जाने से बचने के लिए कहा था। बता दें कि भारत में नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA) के विरोध में हिंसक प्रदर्शन देखने को मिल रहा है जिसके मद्देनजर इन देशों ने अपने नागरिकों के लिए ये एडवाइजरी जारी की है।
विदेश मंत्रालय और व्यापार विभाग (DFAT) की ओर से जारी एडवाइजरी में ऑस्ट्रेलियन नागरिकों से कहा गया है कि भारत देश के कुछ हिस्सों में नए नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। कुछ प्रदर्शन हिंसक भी हो गए हैं। अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन असम, मेघालय, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और दिल्ली-एनसीआर में हुए हैं। इसलिए सभी नागरिक भारत की यात्रा के दौरान "उच्च स्तर की सावधानी" बरते।
एडवाइजरी में किसी भी वक्त कहीं भी आतंकवादी हमले होने की आशंका का भी जिक्र किया गया है और कहा गया कि विदेशियों एवं प्रसिद्ध पर्यटन क्षेत्रों को निशाना बनाया जा सकता है। एडवाइजरी में कहा गया है कि संभावित निशाना बनने से बचें। आधिकारिक चेतावनी को गंभीरता से लें। ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को जम्मू-कश्मीर और भारत-पाकिस्तान सीमा पर भी जाने से मना किया गया है।
बता दें कि इस कानून के जरिए पड़ोसी तीनों देशों पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न का सामना कर रहे अल्पसंख्यक समुदायों (हिंदू, बौद्ध, जैन, पारसी, ईसाई और सिख) से ताल्लुक़ रखने वाले लोगों को भारतीय नागरिकता मिल सकेगी। इन लोगों को नागरिकता के लिए भारत में कम से कम 6 साल बिताने होंगे। पहले नागरिकता देने का पैमाना 11 साल से अधिक था।
Created On :   17 Dec 2019 12:37 PM GMT