श्रीलंका विस्फोट के बाद दहशत में मुस्लिम आबादी, घरों से निकलना तक किया बंद
- 500 से ज्यादा लोग हैं घायल
- अब तक हो चुकी है 350 लोगों की मौत
- खौफ में मुस्लिम समुदाय
डिजिटल डेस्क, कोलंबो। श्रीलंका में ईस्टर पर रविवार को हुए सीरियल बम ब्लास्ट के बाद से मुस्लिम समुदाय खौफ में है, उन्हें डर है कि बम धमाकों के बाद देश की मुस्लिम आबादी पर हमला किया जा सकता है। राजधानी कोलंबो में रहने वाले मोहम्मद हसन (41) ने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है। हसन एक प्रिटिंग प्रेस में नौकरी करते हैं, उनका परिवार इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कहीं उन पर हमला न हो जाए।
डेमाटागोडा की जुम्मा मस्जिद में नमाज पढ़ने आए हसन कहते हैं कि मेरा परिवार इस बात से डर रहा है कि मैं घर से निकला तो वापस नहीं आऊंगा। बता दें कि पिछले रविवार को ईस्टर के मौके पर आठ जगहों पर सीरियाल ब्लास्ट हुए थे, जिनमें चर्च और होटलें शामिल हैं। इन धमाकों में 350 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जबकि 500 से ज्यादा लोग घायल हैं। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ ईराक एंड सीरिया (ISIS)ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
कोलंबो में ही रहने वाले आरएफ अमीर ने कहा कि सरकार को हमें सुरक्षा देनी चाहिए। अमीर ने कहा कि हमें कोई भी टोपी में देखता है तो दुश्मन समझ बैठता है, हम सभी को ये बताना चाहते हैं कि हम उनके दुश्मन नहीं हैं, श्रीलंका हमारी भी मातृभूमि है। धमाकों के बाद से श्रीलंका के लोगों में दहशत का माहौल है। राजधानी में ही रहने वालीं जरीना बेगम 60 का कहना है कि ईस्टर के बाद से वो सो नहीं पा रही हैं।
श्रीलंका में 10 फीसदी है मुस्लिम आबादी
श्रीलंका की करीब 2.1 करोड़ की आबादी में सिंहली बौद्ध बहुसंख्यक हैं। इसके बाद देश में दूसरे नंबर पर हिंदुओं की आबादी है और मुस्लिमों की संख्या 10 फीसदी के करीब है, जो हिंदुओं के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी अल्पसंख्यक आबादी हैं। देश में करीब 7 फीसदी आबादी ईसाइयों की है।
महिला समेत 9 आत्मघाती हमलावरों ने किए धमाके
ईस्टर के मौके पर भीषण हमलों को अंजाम देने वालों में एक महिला समेत 9 लोग शामिल थे। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बुधवार को बताया कि 359 लोगों की जान लेने वाले इन हमलों के आरोप में अब तक 60 लोगों को अरेस्ट किया गया है। गौरतलब है कि इन आतंकी हमलों की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है।
श्रीलंका में 70 प्रतिशत बौद्ध
श्रीलंका का प्रमुख धर्म बौध्द है। यहां 70 प्रतिशत से ज्यादा आबादी बौद्ध धर्म का पालन करती है। यहां की 12 प्रतिशत आबादी हिंदू है। ईसाई और मुस्लिम धर्म को मानने वाले यहां 10-10 प्रतिशत हैं। श्रीलंका से कई मुस्लिम युवक आतंकी बनने सीरिया भी जा चुके हैं।
Created On :   24 April 2019 6:57 PM IST