घर से एक पत्र : शी चिनफिंग और उनके पिता की कहानी

A Letter From Home: The Story of Xi Jinping and His Father
घर से एक पत्र : शी चिनफिंग और उनके पिता की कहानी
चीन घर से एक पत्र : शी चिनफिंग और उनके पिता की कहानी
हाईलाइट
  • कई महान गुणों का उल्लेख

डिजिटल डेस्क, बीजिंग। आज (19 जून) फादर्स डे है और हम चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और उनके पिता शी चोंगशुन के बीच गहरी प्यार की कहानी बता रहे हैं।

शी चिनफिंग के कार्यालय में विभिन्न युगों में ली गई पारिवारिक जीवन की कई तस्वीरें हैं। इनमें से एक फोटो में शी चिनफिंग अपनी पत्नी और बेटी के साथ अपने बुजुर्ग पिता की व्हील चेयर को चलाते हुए।

शी चिनफिंग का जीवन, कार्य और दूसरों के साथ व्यवहार उनके पिता शी चोंगशुन से बहुत प्रभावित रहा है, जो शी चिनफिंग द्वारा अपने पिता को लिखे गए एक पत्र से स्पष्ट है।

15 अक्टूबर 2001 को शी चोंगशुन का 88वां जन्मदिन था। 88वां जन्मदिन चीनी लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। उसी दिन, पूरा शी परिवार, शी चोंगशुन का जन्मदिन मनाने के लिए उनके घर गया था। तब चीन के फूच्येन प्रांत का गवर्नर होने के कारण शी चिनफिंग व्यस्त काम के कारण अनुपस्थित थे। शी चिनफिंग ने अपने पिता को एक पत्र लिखा। इसमें शी चिनफिंग ने अपने पिता के प्रति अपनी गहरी भावनाओं को व्यक्त किया और अपने पिता से मिले कई महान गुणों का उल्लेख किया।

उन्होंने लिखा था कि आप अपने बड़े प्यार से अपने आसपास के लोगों को प्रभावित करते हैं। आप चीनी लोगों के लिए चुपचाप से काम कर रहे हैं, जो मुझे अपना पूरा जीवन लोगों की सेवा करने के लिए समर्पित करने के लिए प्रेरित करता है।

शी चोंगशुन एक जनता के बीच से आए जन नेता थे। वे अक्सर कहते थे कि वे किसान के बेटे हैं और हमेशा खुद को मेहनतकश लोगों का एक सदस्य मानते थे। 1943 में शी चोंगशुन ने उत्तर-पश्चिमी चीन के शानक्सी प्रांत के सुइड जिले की पार्टी कमेटी के सचिव के रूप में पदभार संभाला। तब उन्होंने 5 लाख 20 हजार लोगों की सेवा की मांग की और खुद व अन्य कर्मचारियों को पहले ऐसा करने का वादा किया। इसके लिए उन्होंने सभी स्तरीय कार्यकर्ताओं से ग्रामीण इलाकों में जाने, जनता के लिए व्यावहारिक काम करने की मांग की।

अपने पिता के प्रभाव से, शी चिनफिंग हमेशा जनता में जाने और लोगों की सेवा करने की विचारधारा और शैली का पालन करते हैं। चीन के हपेई प्रांत के चेंगतिंग जिले में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने सभी गांवों का दौरा किया। फूच्येन प्रांत के निंगद शहर में उन्होंने अपने कार्यकाल के तीन महीनों के भीतर 9 जिलों की यात्रा की और बाद में अधिकांश शहरों की यात्रा की। पूर्वी चीन के चच्यांग प्रांत में पहुंचने के बाद, उन्होंने एक वर्ष से अधिक समय में पूरे प्रांत के 90 जिलों और शहरों की यात्रा की।

2012 से, चीनी पार्टी और देश के शीर्ष नेता के रूप में, शी चिनफिंग अभी भी अपने पिता द्वारा सिखाई गयी बातों को याद करते हैं : चिनफिंग, आप कितने भी बड़े अधिकारी क्यों न हों, लोगों की सेवा करना न भूलें। लोगों से संपर्क करें और जनता के साथ घनिष्ट संबंध कायम रखें। यह उनके पिता की सलाह है और यह शी चिनफिंग का मूल इरादा भी है। हर बार जब वे गरीबी उन्मूलन का निरीक्षण करते हैं, तो वे कठिनाइयों से गुजर रहे हर घर में जाते हैं और उन का हालचाल जानते हैं।

शी चिनफिंग की नजर में, परिवार जीवन की पहली कक्षा है, और माता-पिता बच्चों के पहले शिक्षक हैं। इस कक्षा में ही शी चिनफिंग ने अपने माता-पिता से मूल्यवान शिक्षा और गुण प्राप्त किए थे, जिनका उन्हें जीवन भर लाभ होगा।

सोर्स- आईएएनएस

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   19 Jun 2022 9:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story