अंटार्कटिक रिसर्च बेस में फंसे 12 यूक्रेनी वैज्ञानिक

12 Ukrainian scientists trapped in Antarctic research base
अंटार्कटिक रिसर्च बेस में फंसे 12 यूक्रेनी वैज्ञानिक
रूस-यूक्रेन युद्ध अंटार्कटिक रिसर्च बेस में फंसे 12 यूक्रेनी वैज्ञानिक
हाईलाइट
  • वैज्ञानिक यूक्रेन वापस जाने और अपने देश की रक्षा में मदद करने के लिए बेताब हैं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूक्रेन के कुल 12 शोधकर्ता अंटार्कटिका के वर्नाडस्की अनुसंधान केंद्र में फंसे हुए हैं, जो लौटने में असमर्थ हैं और गंभीर तनाव में हैं, जबकि उनकी मातृभूमि रूसी आक्रमण का सामना कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी दी गई है।

वायर्ड डॉट को डॉट यूके ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि वर्नाडस्की स्टेशन अंटार्कटिका में यूक्रेन का एकमात्र अनुसंधान आधार है और 12 वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और सहायक कर्मचारियों का ठिकाना है, जो 13 महीने के लंबे अभियान के अंत के करीब थे, जब रूस ने उनके देश पर आक्रमण किया।

मध्य यूक्रेन के पोल्टावा के एक एनेस्थेसियोलॉजिस्ट और आपातकालीन चिकित्सा चिकित्सक एंड्री ख्यात्री ने कहा, यह वास्तव में मेरी मातृभूमि को कब्जे में लेने के बीच लड़ने में असमर्थ होने के लिए पीड़ादायक है।

ख्यात्री अभियान में एक चिकित्सक की भूमिका में हैं और उनका मुख्य कार्य टीम के अन्य सदस्यों की शारीरिक और मानसिक स्थिति की निगरानी करना है।

उन्होंने कहा कि हालांकि पोलर रेजिडेंट्स यानी ध्रुवीय निवासियों का स्वास्थ्य सही है, मगर कई बार उनके लिए अपने प्रियजनों और देश की मदद करने में असमर्थ होने के दबाव को रोकना मुश्किल हो जाता है।

उन्होंने आगे कहा, कुछ के लिए, यह असहनीय के करीब है। कभी-कभी तनाव इतना मजबूत होता है कि मुझे रक्तचाप या अनिद्रा को सामान्य करने के लिए दवाओं के साथ अपने सहयोगियों की सहायता करने की आवश्यकता होती है।

ख्यात्री यूक्रेन वापस जाने और अपने देश की रक्षा में मदद करने के लिए बेताब हैं।

उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि मैं एक ऑपरेटिंग रूम या आपातकालीन कक्ष या मैदान में घायलों का इलाज करने में अधिक उपयोगी होता।

लेकिन डॉक्टर, जो अगले अभियान के हिस्से के रूप में उनकी जगह लेने वाले थे, अब यूक्रेन में लड़ रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा लग रहा है कि ख्यात्री को अंटार्कटिका में एक और साल बिताना पड़ सकता है।

उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि अगर मेरे साथ अदला-बदली करने वाला कोई नहीं है तो यहां रहना मेरा कर्तव्य है।

यहां फंसे क्रू मेंबर्स अपना अधिकांश समय या तो काम करने, समाचार पढ़ने या स्वदेश में अपने प्रियजनों के संपर्क में रहने में व्यतीत कर रहे हैं।

यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव के एक जीवविज्ञानी एंटोन ने कहा, हम इंटरनेट के माध्यम से संवाद करते हैं। वे सुरक्षित हैं। वे आश्रयों में रह रहे हैं, कभी-कभी वे घर पर होते हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्नाडस्की स्टेशन, जिसे पहले फैराडे स्टेशन के नाम से जाना जाता था, 1996 में ब्रिटिश सरकार द्वारा कुछ पैसों में यूक्रेनी सरकार को बेच दिया गया था।

यह तब सामने आया है, जब रूस ने खुद को अंटार्कटिका में पूर्व सोवियत संघ के पांच अनुसंधान केंद्रों का एकमात्र मालिक घोषित कर दिया है और यूक्रेन के इन ठिकानों के संचालन के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि वर्नाडस्की स्टेशन के वैज्ञानिक और सहयोगी कर्मचारी कब यूक्रेन लौट पाएंगे।

कुछ शोधकर्ता जो आगामी अभियानों पर जाने वाले थे, रूसी बमबारी के बाद यूक्रेनी शहरों में फंस गए हैं।

यूक्रेन के नेशनल अंटार्कटिक साइंटिफिक सेंटर के एक प्रेस अधिकारी ने कहा, कुछ टीम कीव में फंसी हैं और कुछ टीम खारकीव में फंसी हुई है।

(आईएएनएस)

Created On :   8 March 2022 8:00 PM IST

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