मालदीव सियासत: मालदीव राष्ट्रपति मुइज्जू पर इब्राहिम सोलिह का कड़ा प्रहार, भारत आकर ऐसा क्या कर दिया जो मुइज्जू पर भड़क उठे पूर्व राष्ट्रपति?

मालदीव राष्ट्रपति मुइज्जू पर इब्राहिम सोलिह का कड़ा प्रहार, भारत आकर  ऐसा क्या कर दिया जो मुइज्जू पर भड़क उठे पूर्व राष्ट्रपति?
  • मालदीव के पूर्व प्रेसिडेंट मुइज्जू पर भड़के
  • पहले भारत विरोधी बयान दिया फिर उन्हीं की नीतियों का समर्थन किया- सोलिह
  • इस साल मुइज्जू ने किया था भारत का दूसरा दौरा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने मौजूदा प्रेसिडेंट मोहम्मद मुइज्जू को लेकर कुछ टिप्पणियां की हैं। सोलिह ने हाल के दिनों में मुइज्जू द्वारा किए गए भारत के पांच दिवसीय दौरे की आलोचना की है। पूर्व राष्ट्रपति ने शनिवार को बयान दिया कि मुइज्जू की पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) पार्टी ने पहले भारत को मालदीव की सुरक्षा के लिए खतरा बताया था लेकिन अब वह उन्हीं (भारत) के साथ समझौता कर रहे हैं।

दरअसल, राष्ट्रपति मुइज्जू इस साल के अंदर-अंदर दूसरी बार भारत के दौरे पर आए थे। चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के भारत आने को लेकर काफी चर्चाएं हो रही थीं। ऐसा इसलिए क्योंकि मुइज्जू ने कई बार भारत विरोधी बयान दिए हुए हैं। यहां तक की उन्होंने इंडिया आउट कैंपेन भी चलाया था। तो सभी के मन में एक ही सवाल उमड़ रहा था कि आखिर भारत के खिलाफ बयानबाजी करने के बाद उन्हें यहां आने की क्या जरूरत पड़ गई? आपको बता दें कि मुइज्जू ने भारत पहुंचकर एक इंटरव्यू में कहा कि मालदीव ऐसा कोई कदम नहीं उठाएगा जिससे भारत की सुरक्षा को हानि पहुंचे।

यह भी पढ़े -दिल्ली समेत कई जगहों पर ठंड देने जा रही है दस्तक, वहीं कुछ राज्यों में भारी बारिश के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी, जानें मौसम विभाग के पूर्वानुमानों के बारे में

पूर्व राष्ट्रपति ने क्या बोला?

मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने प्रेसिडेंट मुइज्जू के खिलाफ टिप्पणी करते हुए कहा कि मुइज्जू की पार्टी पहले भारत की जिन योजनाओं के खिलाफ थी अब उसी का सपोर्ट कर रही है। इनमें उथुरु थिला फाल्हू (UTF) सैन्य अड्डे पर बंदरगाह और डॉकयार्ड के विकास, दक्षिण मालदीव के अड्डू शहर में भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने की योजना और हनिमाधू हवाई अड्डे का विस्तार शामिल हैं।

राष्ट्रपति अपने बयान से पलटे- सोलिह

सोलिह ने कहा कि पीएनसी अपने बायन से पलटी मार रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि पीएनसी पहले अड्डू में भारतीय वाणिज्य दुतावास के निर्माण के समर्थन में नहीं थे। वह इसे भारत की खुफिया एजेंसी RAW का एक जासूसी केंद्र कह रहे थे। लेकिन अब इसी का समर्थन कर रहे हैं।

यह भी पढ़े -कार कंपनी खरीद कर एहसान जताने वाली फोर्ड को इस तरह रतन टाटा ने दिया था जवाब, जानिए ऑटोमोबाइल की दुनिया का यादगार किस्सा

Created On :   13 Oct 2024 7:52 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story