बेनकाब: जस्टिन ट्रूडो ने फिर से खेली नई चाल, भारत से बिखरते रिश्तों को सुलझाने की आड़ में खालिस्तानी आतंकियों का ले रहा समर्थन
- जस्टिन ट्रूडो ने फिर से खेली नई चाल
- भारत से बिखरते रिश्तों को सुलझाने की आड़ में खालिस्तानी आतंकियों का ले रहा समर्थन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो एक बार फिर से सूर्खियों में बने हुए हैं। खालिस्तानी आतंकियों के समर्थन को लेकर पूरे विश्व में कनाडा की कड़ी निंदा हो रही है। जिसके चलते ट्रूडो काफी ज्यादा भयभीत हो उठे हैं। इसे देखते हुए कनाडाई पीएम ने भारत के समक्ष बातचीत का प्रस्ताव भी रखा है। इधर, भारत ने कनाडा के 40 राजनायिकों को निष्कासित कर दिया था। भारत के द्वारा लिए गए इस ठोस कदम से ट्रूडो को काफी बड़ा झटका लगा है। सूत्रों के मुताबिक, इस कड़ी में कनाडाई पीएम ने अपने विदेश मंत्री को भारत से निजी तौर पर बातचीत करने का आग्रह किया है। इतना ही नहीं जस्टिन ट्रूडो के करीबे कहे जाने वाले और सांसद सुख धालीवाल को गोपनीय तरीके से सरे स्थित गुरुद्वारा रवाना कर दिया है। बता दें, यह वहीं गुरुद्वारा है जहां पर खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हुई गई थी।
इस पूरी बात का उल्लेख न्यूज 18 में प्रकाशित एक खबर से भी मिला है। रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को कनाडा की लिबरल पार्टी के सासंद सुख धालीवाल ने समर्थन पाने के लिहाज से खालिस्तानी सिखों से सरे के गुरुद्वारा में विशेष भेंट की थी।
बता दें कि, भारत-कनाडा के राजनायिक विवाद की जड़े सरे के गुरुद्वारा से जुड़ी हुई है। हालांकि, ऐसी अटकले भी सामने आई हैं कि आतंकी हरदीप सिंह की हत्या से भारत-कनाडा के बीच पनपे विवादों की कड़ी में धालीवाल ने खालिस्तानी सिखों को समर्थन देने का पूर्ण आश्वासन जताया है। बताया जाता है कि हरदीप सिंह निज्जर सिरे के गुरुद्वारे का अध्यक्ष भी था।
कई बार हो चुकी धालीवाल -निज्जर की मुलाकात
कनाडा सरकार के नेता सुख धालीवाल और हरदीप सिंह निज्जर के बीच पहले भी कई मुलाकाते हो चुकी हैं। इस बात के संदर्भ में तमाम खबरों में भी दावा किया गया है कि साल 2019 में रेड कॉर्नर नोटिस मामले के आरोपी निज्जर ने धालीवाल से मुलाकात की थी। इसके अलावा इंटेलीजेंस सूत्रों की ओर से जारी एक रिपोर्ट में धालीवाल और हरदीप के संबंधों का प्रमाण मिलता है। रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा में निज्जर को अपना नेटवर्क व्यवस्थित करने के लिए ट्रूडो के करीबी धालीवाल से ही सहायता मिली थी। बताया जाता है कि धालीवाल ने निज्जर को अपने संसदीय गढ़ सरे में भी पनाह दी थी।
पहले भी निज्जर को मिलता रहा समर्थन
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि जब खालिस्तान टाइगर फोर्स का लिडर और आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का नाम कनाडा की नो फ्लाई लिस्ट में था। इसके बावजूद धालीवाल ने निज्जर के ठहरने के इंतजाम किए थे। बता दें, धालीवाल लिबरल पार्टी से सांसद के अलावा इमिग्रेशन कमेटी का भी अध्यक्ष है। पीएम ट्रूडो की बात करें तो उन्होंने ने भी धालीवाल को सिखो से समर्थन मिलने के चलते अपनी पार्टी में विशेष जगह दी है। यही वजह है कि खालिस्तानी आतंकी निज्जर के सर पर हमेशा से ही धालीवाल का हाथ बना रहा है।
Created On :   4 Oct 2023 10:10 PM IST