दो टूक: चीन की अर्थव्यवस्था पर जो बाइडेन को बोलना पड़ा महंगा, चीनी विदेश मंत्रालय ने खुलेआम दिया दो टूक जवाब
- चीन की अर्थव्यवस्था पर जो बाइडेन को बोलना पड़ा महंगा
- चीनी विदेश मंत्रालय ने खुलेआम दिया दो टूक जवाब
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीन की अर्थव्यवस्था को लेकर तीखा हमला बोला था। जिसका जवाब अब चीनी विदेश मंत्रालय ने दिया है। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि इन दिनों हमारी अर्थव्यवस्था में थोड़ी नरमी जरूर है, लेकिन बर्बाद नहीं हुई है। पिछले दिनों वियतनाम दौरे पर बाइडेन ने कहा था कि चीन की इकोनॉमी लड़खड़ा रही है और उसका परिणाम व्यापक हो सकता है। माना जा रहा है बाइडेन ने यह बयान चीन द्वारा ताइवान पर हमले को लेकर कहा था। बाइडेन ने कहा था कि चीन की इकोनॉमी जिस तरह ढलान पर है, ऐसे में उसके लिए ताइवान पर हमला करना संभव नहीं है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि चीन की इकोनॉमी में गिरावट एक संकट जैसी स्थिति है। इधर, ऑस्ट्रेलिया ने भी चीन की अर्थिक स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की है। ऑस्ट्रेलिया के वित्त मंत्री जिम चार्ल्स ने कहा था कि चीन की इकोनॉमी में गिरावट का असर पूरी दुनिया पर पड़ सकता है।
बाइडेन और ऑस्ट्रेलिया के वित्त मंत्री जिम चार्ल्स के चिंताओं के बारे में चीनी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, " चीन की अर्थव्यवस्था के बारे में अलग-अलग थ्योरी पेश की जा रही हैं। लेकिन सच यह है कि चीन की अर्थव्यवस्था में कोई खामी नहीं है।"
चीन ने किया पलटवार
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आगे कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था लुढ़की नहीं है बल्कि उसमें थोड़ी नरमी आई है। जो बाइडेन और जिम चाल्मर्स का बिना नाम लिए चीनी प्रवक्ता ने कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था की क्षमता बहुत ज्यादा है। साथ ही हमारे मूलभूत सिंद्धात मजबूत हैं और हमें भविष्य में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होगी। जानकारों के मुताबिक, कोरोना की पाबंदियों के चलते चीन की इकोनॉमी बुरी तरह से प्रभावित हुई थी, जिससे वह अभी तक उभर नहीं पाया है।
बता दें कि, जी20 समिट के बाद जो बाइडेन सीधे वियतनाम पहुंचे। वहां, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा, 'मैं नहीं समझता हूं कि चीन ताइवान पर हमला करेगा, क्योंकि अभी उसकी अर्थव्यवस्था बहुत कमजोर है। ऐसे हालात में चीन अटैक की रणनीति अपनाने से बचेगा।' बाइडेन ने आगे कहा, 'हम चीन को रोकना नहीं चाहते हैं। लेकिन उसने दुनिया में रिश्तों को लेकर अपने नियमों को लेकर बदलाव कर दिए हैं। हमारा उद्देश्य तो दुनिया में स्थिरता का हैं। साथ ही, अमेरिका चीन को नुकसान नहीं पहुंचना चाहता है। '
Created On :   12 Sept 2023 8:31 PM IST