इजरायल-हमास जंग: इजरायल में तबाही मचाने वाला 'हमास' कैसे करता है काम? जानिए आखिर बार-बार ये इजरायल पर ही क्यों बरसाता है बम

इजरायल में तबाही मचाने वाला हमास कैसे करता है काम? जानिए आखिर बार-बार ये इजरायल पर ही क्यों बरसाता है बम
  • इजरायल-हमास में युद्ध जारी
  • इस जंग से पूरी दुनिया दो भागों में बंटी

डिजिटल डेस्क, गाजा पट्टी। इजरायल पर 7 अक्टूबर की सुबह हमला कर हमास सुर्खियों में आ गया है। चारों तरफ इसी संगठन को लेकर चर्चा हो रही है। भले ही इजरायल जैसे जवाबी कार्रवाई नहीं कर पा रहा हो लेकिन इसके हमलों से इजरायल में भी तबाही के मंजर साफतौर पर देखे जा सकते हैं। अब सवाल सबके मन में उठ रहा है कि आखिर ये हमास किस तरह काम करता है जिसकी वजह से इजरायल की सेना भी परेशान होती हुई नजर आ रही है।

हमास को इस्लामिक रेजीस्टेंस मूवमेंट के नाम से भी जाना जाता है। इसे अरबी में हरकत अल-मुकवामा अल-इस्लामिया के नाम से भी जाना जाता है। हमास हमेशा से दावा करता रहा है कि वो जो भी काम करता है फिलस्तीनियों के हक में करता है। साथ ही उसका ये भी कहना है कि इजरायल ने फलस्तीनी की जमीन छीनी है, जिसे वह हर हाल में वापस लेकर रहेगा। इजरायल पर हमला करना इसी का मूल कारण हमास बताता रहा है।

हमास के पास कुल 13 विंग

इस युद्ध में हमास से जुड़े कुछ लड़ाके बड़े ही चर्चा में बने हुए हैं। याह्या सिनवार, इस्माइल हानियेह और मोहम्मद जाईफ ये तीन नेताओं की इस वक्त सबसे ज्यादा बातें चल रही हैं। हमास की कुल 13 विंग हैं, जो पॉलिटिकल, मिलिट्री और सामाजिक मुद्दों को देखती हैं। लेकिन अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और इजरायल हमास को आतंकी समूह मानते हैं, जबकि कुछ देशों में सिर्फ इसकी मिलिट्री विंग को ही आतंकी समूह माना जाता है। इजरायली राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने तो हमास की तुलना खूंखार आतंकी समूह आईएसआईएस से तक कर डाली है। तो चलिए जानते हैं कि आखिर हमास का गवर्निंग स्ट्रक्चर क्या है और यह कैसे काम करता है?

हमास के पास हैं कमेटियां

इस संगठन से जुड़े सामान्य नीतियों को पॉलित ब्यूरो चलाता है। गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक में जहां-जहां हमास का कब्जा है, वहां पर ये जमीनी मुद्दों की देख-रेख का काम स्थानीय कमेटियों के साथ करता है। पोलित ब्यूरो,ऑनबोर्ड, वेस्ट बैंक अफेयर्स, शूरा काउंसिल, डेलीगेशन ऑनबोर्ड, इमप्रिजन्ड मेंबर्स अफेयर्स, गाजन अफेयर्स, फलस्तीन दियास्पोरिक अफेयर्स, सोशल वेलफेयर, इज अद-दायन अल-कासम ब्रिगेड, इंडीपेंडेंट ऑपरेटिंग सेल, हमास गवर्मेंट, मंत्रालय, लोकल अथॉरिटीज और सिक्योरिटी फोर्स, हमास के हिस्से हैं, जो सभी मिलकर काम करते हैं।

हमास का सबसे प्रमुख हिस्सा पोलित ब्यूरो

पोलित ब्यूरो हमास का सबसे प्रमुख हिस्सा है। इसमें कुल 15 सदस्य हैं। इस विभाग का प्रमुख हमास का मुखिया इस्माइल हानियेह है। पोलित ब्यूरो के पास ही वो अथॉरिटी है जो हमास के लिए रणनीति बनाता है। इस संगठन के अन्य नेता जो दूसरे देशों में मौजूद हैं वो वहीं से बैठकर काम संभालते हैं। पोलित ब्यूरो से जुड़े दो विंग हैं जिनका नाम लीगेशन अबोर्ड और शूरा काउंसिल है। शूरा काउंसिल एक परामर्श बॉडी है, जो पॉलित ब्यूरो के सदस्यों को चुनने में मदद करती है। लेकिन अभी तक इनके सदस्यों की संख्या को लेकर साफ आंकड़े नहीं हैं।

शूरा काउंसिल में चार विंग

शूरा काउंसिल में भी चार विंग हैं। इनके नाम वेस्ट बैंक अफेयर्स, इमप्रिजन्ड मेंबर्स अफेयर्स, गाजन अफेयर्स, फलस्तीन दियास्पोरिक अफेयर्स हैं। ये चारों शूरा काउंसिल का अहम हिस्सा हैं और इसे चलाने वाले नेता ही इस युद्ध में सबसे ज्यादा चर्चा में बने हुए हैं।

गाजन अफेयर्स की जिम्मेदारी संभालता है याह्या सिनवार

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वेस्ट बैंक अफेयर्स को सालेह अल-अरोरी, इमप्रिजन्ड मेंबर्स अफेयर्स को सलामेह कतवई, गाजन अफेयर्स को याह्या सिनवार और फलस्तीन दियास्पोरिक अफेयर्स को खालेद मिशाल देखते हैं। गाजन अफेयर्स की जिम्मेदारी याह्या सिनवार संभालता है उसे तीन हिस्सों में बंटा हुआ है। जिनका नाम सोशल वेलफेयर व मिलिट्री विंग, इज अद-दीन अल-कासम ब्रिगेड और इंडीपेंडेंट ऑपरेटिंग सेल है।

इजरायल पर हमले का मास्टरमाइंड कासम ब्रिगेड़

गाजा पट्टी पर हमास की मिलिट्री विंग कासम ब्रिगेड का ही कब्जा है और इसको चलाने की जिम्मेदारी हमास ने मरवान इस्सा और मोहम्मद जाईफ को दिया है। कासम ब्रिगेड़ को ही इजरायल में हुए ताजा हमलों का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। मौजूदा जंग में तबाह हो रहे गाजा पट्टी में हमास की ही सरकार है, जिसके प्रधानमंत्री इस्साम अल-दाअलीस हैं। गाजा पट्टी में हमास सरकार की ही नीतियां चलती हैं। हमास के पास इन सबके अलावा मंत्रालय, लोकल अथॉरिटीज और सिक्योरिटी फोर्सेज भी हैं।

Created On :   17 Oct 2023 9:57 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story