रूस-यूक्रेन युद्ध: अमेरिका में चुनाव, बाइडेन पर विपक्ष का दवाब, जल्द मौका पाकर यूक्रेन पर हावी हो सकता है रूस
- विपक्ष के दबाव के चलते बाइडेन छोड़ सकते हैं यूक्रेन का हाथ
- पुतिन अमेरिका में आम चुनाव होने की कर रहा इंतजार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूक्रेन और रूस युद्ध को करीब 2 साल 10 महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है। युद्ध के शुरुआत में रूस ने यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले किए। हालांकि, इस युद्ध का खामियाजा रूस को भी भुगतने पड़ा है। 34 महीने से जारी संघर्ष में अब तक रूस के लगभग 90 प्रतिशत से अधिक सैनिक मारे गए और भारी मात्रा में टैंक तबाह हो हुए हैं। ऐसे हालातों के बावजूद भी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन लगातार यूक्रेन पर हमला करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर यूक्रेन को अमेरिका के अलावा अन्य यूरोपीय देश का समर्थन प्राप्त है। यही वजह है कि रूसी सेना यूक्रेन पर पूरी तरह से हावी नहीं हो पा रही है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की मुलाकात यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के संग चर्चाओं में बनी हुई है। राष्ट्रपति बाइडेन ने युद्ध में यूक्रेन के साथ खड़े रहने का आश्वासन जताया है। साथ ही, बाइडेन ने कहा कि इस युद्ध में अगर अमेरिका बाहर होता है तो यह पुतिन के लिए किसी क्रिसमस के तोहफे से कम नहीं होगा। गौरतलब है कि, दोनों देशों के बीच जारी युद्ध में अब तक यूक्रेन को अमेरिका से 1100 मिलियन डॉलर की अंतरराष्ट्रीय सहायता पहुंचाई जा चुकी है। हालांकि, इस महायुद्ध में यूक्रेन की सहायता करना अमेरिका के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
वलोडिमिर जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने सैन्य सहायता को लेकर अपनी बात रखी है। बाइडेन ने कहा कि यदि किसी वजह से कांग्रेस (अमेरिकी सदन) से यूक्रेन की राजधानी कीव में नई सैन्य सहायता को पारित नहीं हो पाती है तो इसे रूसी राष्ट्रपति पुतिन अपने लिए क्रिसमस गिफ्ट समझ सकते हैं। इतना ही नहीं जो बाइडेन ने अमेरिका में यूक्रेन को लेकर नई सहायता की घोषणा भी की। उन्होंने अमेरिका की ओर से यूक्रेन को 60 मिलियन डॉलर की सहायता देने का निर्णय भी किया। इस बीच बाइडन ने अमेरिकी सांसद में इस निर्णय पर हो रहे मतभेद की ओर भी इशारा किया। इसके अलावा व्हाइट हाउस में अमेरिका और यूक्रेन के राष्ट्रपति ने एक हाई लेवल मीटिंग में रूसी हिंसा के विरोध में एक साथ आगे आने पर काम किया है।
अमेरिका में विपक्षी सासंदों का विरोध
यूक्रेन की सहायता के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ने रिपब्लिकन पार्टी में चल रहे विरोध का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस युद्ध में वह यूक्रेन की मदद करना चाहते तो हैं, लेकिन रिपब्लिकन पार्टी के सासंद उनके इस फैसले को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। व्हाइट हाउस सूत्रों के अनुसार, पार्टी के सासंद यूक्रेन की मदद के बजाए अमेरिका की सीमाओं पर सुरक्षा बल बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। सांसदों की राय है कि राष्ट्रपति की प्राथमिकता सबसे पहले देश की सीमा पर सुरक्षा बल को सश्क्त करने की होनी चाहिए। विपक्षी दलों के सासंदो का मानना है कि रूस-यूक्रेन और इजराइल-हमास युद्ध में अमेरिका की भूमिका से उनके ही देश की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।
अमेरिकी सहायता पर आश्रित यूक्रेन
अमेरिका का रोल रूस-यूक्रेन युद्ध में काफी ज्यादा मायने रखता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अमेरिका हमेशा से ही रूस का कट्टर विरोधी रहा है। रूस द्वारा यूक्रेन पर 2021 से चल रहे युद्ध में अमेरिका प्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन के साथ खड़ा हुआ है। ऐसे में यूक्रेन की सेना अमेरिका से मिल रही आर्थिक मदद के साथ सैन्य सहायता के दम पर भी रूस से डट कर मुकाबला कर रही है। यूक्रेन पर अमेरिका की इस सहायता से रूस के मंसूबो पर लगातार पानी फिर रहा है। जारी युद्ध में यूक्रेन अमेरिकी सहायता पर निर्भर है। अब ऐसे में यदि यूक्रेन को अमेरिका से सहायता मिलनी बंद हो जाती है तो इससे रूस की राह काफी आसान हो जाएगी। इसके चलते यूक्रेन को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। जानकारों का मानना है कि अमेरिकी सहायता रूकने से यूक्रेन पर रूस हावी हो जाएगा। साथ ही, रूस अमेरिका में आम चुनाव होने के भी इंतजार कर रहा है।
अमेरिका में यूक्रेन के समर्थन को लेकर राष्ट्रपति बाइडेन और विपक्षी नेताओं में मतभेद देखने को भी मिल रहे हैं। यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान करने के प्रस्ताव को पारित करने के लिए संसद में बाइडेन सरकार को विपक्षी समर्थन हासिल करना बेहद जरूरी है। हालांकि, विपक्षी दल यूक्रेन को समर्थन नहीं देने के मूड में नजर आ रहे हैं। ऐसे में बाइडेन का यूक्रेन को सैन्य समर्थन करना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। इधर, अमेरिका से सहायता पाने के लिए यूरोप के कई सासंदों ने रिपब्लिकन सांसदों से पत्र लिखकर सहायता को ना रोकने की गुहार लगाई है। पत्र के अनुसार यूरोपीय सांसदों को डर है कि यदि अमेरिका सहायता करना रोक देता है तो रूस यूक्रेन और उसके सहयोगी देशों पर हमला बोल देगा।
रूस-यूक्रेन युद्ध अपडेट
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच कीव से युद्ध को लेकर ताजा अपडेट सामने आई है। जिसके मुताबिक बीते रात रूस ने यूक्रेन पर 42 ड्रोन और 6 मिसाइलों से हमला बोला है। वहीं, यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणालियों ने 41 ड्रोन को तबाह किया है। हालांकि, हमलों में मलबे के चलते कई इमारते और गोदाम तबाह हुए हैं। इसके अलावा दक्षिणी क्षेत्रों में हमलों के चलते 11 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
Created On :   15 Dec 2023 10:25 PM IST