Myanmar earthquake: म्यांमार में आए भूकंप से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा, 2056 लोग की हुई मौत, कई घायल, जारी हुआ ताजा अपडेट

- म्यांमार में आए भूकंप से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा
- 2056 लोग की हुई मौत और कई घायल
- म्यांमार की सत्तारूढ़ जुंटा सरकार ने दी जानकारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। म्यांमार में 28 मार्च को आए विनाशकारी मूकंप से मरने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ताजा आंकड़े के मुताबिक, भूकंप से मरने वाले की संख्या अब 2056 हो गई है। वहीं, 3900 से ज्यादा लोग घायल हैं। इसके अलावा करीब 270 लापता बताए जा रहे हैं। यह जानकारी म्यांमार की सत्तारूढ़ जुंटा सरकार ने दी है।
28 मार्च को आए भूकंप में कई लोग ऊंची इमारत के मलबे में दब गए हैं। 7.7 तीव्रता की आए इस भूकंप में मारे गए लोगों के सम्मान में एक हफ्ते के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। अधिकारियों ने सोमवार को जानकारी दी है कि मांडले स्थित ग्रेट वॉल होटल के मलबे से एक महिला को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। म्यांमार में स्थित चीनी दूतावास ने फेसबुक पोस्ट में जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि महिला की हालत स्थिर है। राहत बचाव अभियान देश में अभी तेज स्तर पर जारी है।
म्यांमार में क्यों आते हैं भूकंप?
म्यांमार में अक्सर भूकंप के झटके महसूस होते हैं। क्योंकि म्यांंमार दो टेक्टोनिक प्लेट्स के बीच की सीमा पर बसा है। इसे सागाइंग क्षेत्र भी कहा जाता है। सागाइंग क्षेत्र में बड़े और विनाशकारी भूकंप अपेक्षाकृत कम ही दिखाई देते हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, इंडिया प्लेट और यूरेशिया प्लेट अलग-अलग दिशाओं में चलती है। एक उत्तर की तरफ चलती है तो दूसरी दक्षिण की तरफ। ये म्यांमार के बीच से होकर ही गुजरती हैं। प्लेट्स अलग-अलग स्पीड से क्षैतिज रूप से एक दूसरे के पास से जाती हैं। जिससे ही स्ट्राइक स्लिप भूकंप आते हैं।
क्यों आया था इतनी तेज भूकंप?
ब्रिटिश जियोलॉजिस्ट रोजर मुसन ने मीडिया से बातचीत के समय बताया है कि, भूकंप की कम गहराई का मतलब है कि नुकसान ज्यादा होगा। म्यांमार में भूकंप का केंद्र सिर्फ 10 किमी गहराई में था। इसलिए ही ज्यादा नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया है कि कम गहराई पर केंद्र होने की वजह से ही भूकंप का केंद्र से सतह तक जाने पर शॉकवेव खत्म नहीं हो पाती है। ऐसे में इमारतों को झटकों की पूरी तरह ताकत झेलनी पड़ती है और म्यांमार में यही हुआ है।
Created On : 31 March 2025 4:37 PM