महाभियोग का प्रस्ताव: दक्षिण कोरिया की मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी अब कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव
- राष्ट्रपति योल के खिलाफ पारित हो चुका महाभियोग
- कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू के खिलाफ महाभियोग की तैयारी
- विपक्षी दल राजनीतिक समझौते पर सहमत नहीं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दक्षिण कोरिया की मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी आज गुरुवार को कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू के खिलाफ सदन में महाभियोग प्रस्ताव लेकर आई है। विपक्षी पार्टी ने संसदीय सत्र के दौरान महाभियोग प्रस्ताव पेश किया। कार्यवाहक राष्ट्रपति के न्यायाधीशों की नियुक्ति को लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी यह प्रस्ताव लेकर आई है।
आपको बता दें दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सूक योल के खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव पारित होने के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था। उनको 85 वोट मिले जबकि उनके खिलाफ 204 मत पड़े। संसद में राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित होने के बाद तत्काल प्रभाव से उनकी शक्तियां खत्म हो गई। अब प्रधानमंत्री हान डक-सू कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में काम कर रहे हैं। अब, संवैधानिक कोर्ट के पास 180 दिनों का समय है कि यून को राष्ट्रपति पद से हटाया जाए या उनकी शक्तियां बहाल की जाएं। कोर्ट के पद से हटाए जाने के 60 दिनों के भीतर राष्ट्रपति चुनाव कराना अनिवार्य है।
विपक्षी पार्टी के प्रवक्ता यूं जोंग-कुन ने कार्यवाहक राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग लाने के पीछे की वजह बताई कि हान देश में महाभियोग का सामना कर रहे राष्ट्रपति यून सुक येओल व उनकी पत्नी के खिलाफ विपक्ष द्वारा तय समय सीमा के भीतर स्वतंत्र जांच की मंजूरी नहीं दे पाए।
आपको बता दें एक्टिंग राष्ट्रपति हान डक-सू ने जस्टिसों की नियुक्ति को लेकर अपने फैसले में कहा था कि जब तक विपक्षी दल राजनीतिक समझौते पर सहमत नहीं हो जाते, तब तक संवैधानिक कोर्ट में जस्टिसों की नियुक्ति नहीं की जाएगी। इसे लेकर विपक्षी दल ने कहा अगर एक्टिंग राष्ट्रपति जस्टिस की नियुक्ति नहीं करेंगे तो हम उनके खिलाफ सदन में महाभियोग लेकर आएंगे। महाभियोग को लेकर डेमोक्रेटिक पार्टी अब सदन में वोटिंग कराएगी। क्योंकि दक्षिण भारत में महाभियोग प्रस्ताव किए जाने के 24 से 72 घंटे के अंदर वोट कराया जाना जरूरी है।
Created On :   26 Dec 2024 6:44 PM IST