नई चाल: हरकतों से बाज नहीं आ रहा चीन, बांग्लादेश में भारत विरोधी जमात-ए-इस्लामी पार्टी को भड़का रहा ड्रैगन, चीनी राजदूत ने की मुलाकात

हरकतों से बाज नहीं आ रहा चीन, बांग्लादेश में भारत विरोधी जमात-ए-इस्लामी पार्टी को भड़का रहा ड्रैगन, चीनी राजदूत ने की मुलाकात
  • भारत के खिलाफ नई चाल खेल रहा चीन
  • बांग्लादेश में जमता-ए-इस्लामी को भड़का रहा ड्रैगन
  • भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ सकता तनाव

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एक बार फिर से चीन ने भारत के खिलाफ अपने नापाक इरादों को रचना शुरु कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, बांग्लादेश में तख्तापलट होने के बाद अब चीन भारत विरोधी संगठनों के साथ मीटिंग कर रहा। दरअसल, चीन बांग्लादेश की नई सरकार और इस्लामिक संगठनों के साथ अपने नजदीकियां बढ़ रहा है। जिससे भारत को भविष्य में नुकसान उठाना पड़ सकता है।

जमात-ए-इस्लामी से की मुलाकात

बांग्लादेश की राजधानी ढाका में सोमवार को जमात-ए-इस्लामी पार्टी के दफ्तर में चीनी राजदूत याओ वेन मुलाकात के सिलसिले में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पार्टी की काफी सराहना की। याओ वेन ने जमात-ए-इस्लामी पार्टी को सुसंगठित बताया। गौरतलब है कि बांग्लादेश में जमात-ए-इस्लामी पार्टी भारत विरोधी अभियान चलाने के लिए जानी जाती है। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीने ने अपने कार्यकाल के दौरान इस पार्टी पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, तख्तापलट के बाद मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने जमात-ए-इस्लामी पार्टी पर से सभी प्रतिबंधों को निरस्त कर दिया था।

पहले अवामी लीग को भड़काने की कोशिश की

बांग्लादेश में शेख हसीना के शासन के समय भी चीन भारत के खिलाफ षडयंत्र रचने से बाज नहीं आया था। जमात-ए-इस्लामी पार्टी से पहले भी चीन ने शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी से भी अपने रिश्तों को मजबूत बनाने की काफी कोशिश की थी। ऐसे में अब उसने फिर से बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार को भारत के खिलाफ बरगलाने का काम शुरु कर दिया है। जो भारत और बांग्लादेश के बीच तनाव को बढ़ा सकता है, क्योंकि जमता-ए-इस्लामी पार्टी भारत के विरोध में रहती है।

यदि भविष्य में बांग्लादेश की सत्ता में चीन समर्थक जमात-ए-इस्लामी पार्टी सत्ता में काबिज होती है। तो भारत के साथ-साथ आंतकवाद, सीमा सुरक्षा और क्षेत्रिय स्थिरता के तनाव का खतरा बढ़ जाएगा। इसके अलावा बांग्लादेश में नई सरकार की आढ़ में चीन बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव प्रॉजेक्ट को भी बढ़ावा दे सकता है। भारत के प्रभाव को कम कर सकता है।

Created On :   4 Sept 2024 4:52 PM IST

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