विस्तारवादी नीति: लगातार सैन्य ताकत को बढ़ा रहा है चीन, परमाणु हथियार और सैन्य बल को दोगुनी करने में जुटा ड्रैगन, समझिए रणनीति
- चीन सरकार लगातार सैन्य ताकत को कर रही है मजबूत
- परमाणु हथियार और सैन्य बल को दोगुनी करने में जुटा चीन
- अमेरिका और पश्चिमी देशों को मिल रही है चीन से टक्कर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन लगातार अपनी सैन्य ताकत को मजबूत कर रहा है। जिसके जरिए चीन मौजूदा समय में अपना प्रभुत्व स्थापित करना चाहता है। द सन रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग अपनी सेना और परमाणु हथियारों की ताकत पूरी दुनिया के सामने पेश करना चाहता है। इसके लिए वह मौके की तलाश में है।
राष्ट्रपति शी जिनपिंग चीन के सबसे शक्तिशाली नेता है। इस वक्त चीन में जिनपिंग पूरी सख्ती के साथ शासन कर रहे हैं। ऐसे अगर कोई जिनपिंग के खिलाफ जाने की कोशिश भी करता है तो उस पर कड़ा एक्शन लिया जाता है।
यूके की इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज के मुताबिक, पिछले साल चीन का रक्षा बजट 175 बिलियन पाउंड यानी 18.30 लाख करोड़ का था। मौजूदा समय में चीनी सेना में करीब 20 लाख से अधिक सैन्य कर्मी मौजूद है। चीन के मुकाबले अमेरिका में महज 13 लाख सैन्य कर्मी सक्रिय है। इस वक्त चीन दुनिया का सबसे बड़ा सेना वाला देश है।
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, चीन के पास इस वक्त 500 से ज्यादा परमाणु हथियार हैं। जिनपिंग सरकार लगातार परमाणु हथियारों में इजाफा कर रही है। मौजूदा समय में अमेरिका और रूस के पास सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं। इन दोनों देशों के पास करीब पांच-पांच हजार परमाणु हथियार मौजूद हैं।
जानकारों के मुताबिक, चीन की ओर परमाणु हथियारों में लगातार बढ़ोत्तरी करने के पीछे उसकी कोई बड़ी मनसा है। सैन्य क्षेत्र में चीन की ताकत लगातार बढ़ती जा रही है। जिसे देखते हुए पश्चिमी देश भी अपनी ताकत बढ़ाने के लिए विवश हो गया है। कुछ पश्चिमी देश चीन के ताकत से डरे हुए हैं। उनका मानना है कि वह चीन से नहीं लड़ पाएंगे।
पेंटागन रिपोर्ट के मुताबिक, अगले छह सालों में चीन अपने परमाणु हथियार को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। ईरान, रूस और सऊदी अरब भी चीन के साथ काम करने में लगे हुए हैं। वह अपने देशों के साथ परमाणु हथियारों की संख्या में बढ़ोत्तरी कर सकता है।
Created On :   18 Feb 2024 8:35 PM IST