China HI-Tech Weapons: चीन ने तैयार किए नए अत्याधुनिक हथियार प्रणाली, निकला अमेरिका और रूस जैसे सुपरपॉवर्स से आगे, बढ़ाई कई देशों की चिंता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल के वर्षों में चीन ने अपने सैन्य क्षमताओं में अभूतपूर्व वृद्धि की है। आधुनिक हथियारों और रक्षा तरनीकों में भारी निवेश की वजह से चीन अब विश्व की प्रमुख सैन्य शक्तियों में शुमार हो गया है। चीन अब दुनिया का बेताज बादशाह बनने के लिए अमेरिका से दुश्मनी लेने को भी तैयार है। अमेरिका भी चीन की इस मनशा को पूरा न होने देने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है। अमेरिका लगातार हर तरीके से चीन की राह में अड़ंगा लगा रहा है। साथ ही अमेरिका हर उस ताकत के साथ खड़ा हो रहा है जो चीन को कमजोर बना सके। लेकिन चीन ने अमेरिका को मात देने के लिए एक नया मास्टर स्ट्रोक खेला है। इसके लिए चाइना दो नए हथियारों पर काम कर रहा है।
चीन के नए तकनीक के जरिए रख सकते हैं हाइपरसोनिक हथियारों को ठंडा
चीन की एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चाइना ने यूनिवर्सिटी ऑफ डिफेंस एंड टेक्नोलॉजी के सहायक शोधकर्ता ली शिबिन के नेतृत्व में एक अनोखे सिस्टम को तैयार किया है। इस टेक्नोलॉजी के जरिए हाइपरसोनिक उड़ान के दौरान उत्पन्न हुई गर्मी को सोख कर तेज गति विमान या मिसाइल प्रणालियों को ठंडा रखा जा सकता है। चीन की बनाई गई इस हाइपरसोनिक कूलिंग सिस्टम को पूरी दुनिया की ओर से सरहाना मिल रही है। सराहना की वजह बताई जा रही है कि इस तरह के हाइपरसोनिक विमानों को ठंडा कर पाना अभी तक काफी कठीन माना जा रहा था लेकिन चीन के इस सिस्टम के जरिए इसे काफी आसानी से किया जा सकता है। चीन के लिए इस वैश्विक स्तर पर एक बड़ी छलांग बताया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक यह डिवाइस तकरीबन 2.5 घंटे तक लगातार काम कर सकती है, जोकि लंबी दूरी और तेज रफतार मिशनों में काफी मददगार साबित होगी। इस टेक्नोलॉजी के जरिए धरती के एक हिस्से से दूसरी तरफ तक का सफर काफी आसान हो जाएगा। हाइपरसोनिक तकनीक में रूस और अमेरिका के साथ-साथ चीन भी काफी विकसित हो चुका है और इस तकनीक के जरिए चीन उन दोनों देशों से एक कदम और आगे निकल चुका है। इस तकनीक के साथ ही चीन अब मानव रहित विमानों के परिक्षण में जुट गया है। चीन ने इसे पूरा करने के लिए 2035 तक का टारगेट सेट किया है।
चीन के नए लेजर हथियार से बढ़ी दुनिया की मुश्किलें
वहीं दूसरी तरफ चीन ने एक और सैन्य तकनीक में वृद्धि की है। बता दें चीन ने अपनी लेजर तकनीक को काफी तेज कर दिया है, जिसे चीन की नौसेना के लिए बड़ी छलांग मानी जा रही है। चीन के एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इन हथियारों का उपयोग चीन ने टाइप 071 जहाज पर किया है। चीन के हथियारों की दुनिया में इस कदम से अमेरिका सहित अन्य देशों की मुश्किलें बढ़ गई है।
Created On :   22 Aug 2024 8:38 PM IST