G7 शिखर सम्मेलन: पीएम मोदी के दौरे से पहले खालिस्तान समर्थकों ने इटली में तोड़ी महात्मा गांधी की प्रतिमा
- इटली में आयोजित हो रहा है G7 शिखर सम्मेलन
- बातचीत और कूटनीति सबसे अच्छा विकल्प
- ठीक हुई प्रतिमा, अधिकारियों के कार्रवाई करने को कहा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कल 13 जून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इटली दौरे शुरू हो रहा है। पीएम मोदी इटली में आयोजित हो रहे G7 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। पीएम मोदी के दौरे से पहले यहां खालिस्तान समर्थकों की नापाक करतूत सामने आई है। खालिस्तानियों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा को तोड़ दिया। गांधी की प्रतिमा तोड़ने के बाद वहां विरोध में नारे भी लिखे हैं। खालिस्तान समर्थकों ने हरदीप सिंह निज्जर का भी जिक्र किया है। आपको बता दें इटली में 13 से 15 जून तक G7 शिखर सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है।
आपको बता दें जी-7 में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जर्मनी, कनाडा और जापान शामिल हैं। इटली वर्तमान में G7 (ग्रुप ऑफ़ सेवन) की अध्यक्षता कर रहा है और उसी हैसियत से शिखर सम्मेलन की मेज़बानी कर रहा है। 13 से 15 जून के बीच आयोजित होने वाले G7 शिखर सम्मेलन इटली के अपुलिया एरिया स्थित बोर्गो एग्नाज़िया के लक्जरी रिसॉर्ट में आयोजित किया जा रहा है। G7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो शामिल होंगे।
गांधी की प्रतिमा को तोड़ने की घटना पर विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया सामने आ गई है। विदेश सचिव ने कहा कि भारत ने इटली में महात्मा गांधी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाए जाने का मामला उठाया है, प्रतिमा को ठीक कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाए जाने को लेकर इटली के अधिकारियों से बातचीत की है, इटली के अधिकारियों ने उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक पीएम मोदी 13 जून को इटली के लिए रवाना होंगे और 14 जून की देर शाम तक वापस आ जाएंगे। प्रधानमंत्री के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी होगा, जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विनय क्वात्रा और एनएसए अजीत डोभाल शामिल हो सकते हैं। पीएम मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान कई द्विपक्षीय बैठकें करेंगे, जिसमें इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ बैठक भी शामिल है। पिछले साल पीएम मोदी ने हिरोशिमा में G7 शिखर सम्मेलन में भाग लिया था, उन्होंने शिखर सम्मेलन के दौरान ज़ेलेंस्की के साथ-साथ अन्य विश्व नेताओं के साथ बातचीत की थी।
यूक्रेन-रूस जंग के सवाल पर विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया हमने हमेशा यह माना है कि इसे हल करने के लिए बातचीत और कूटनीति सबसे अच्छा विकल्प है। विदेश सचिव ने कहा कि G7 शिखर सम्मेलन में भारत की नियमित भागीदारी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए भारत के प्रयासों की बढ़ती मान्यता को दर्शाती है। दूसरी तरफ अमेरिका रूस पर दबाव बढ़ाने के लिए सम्मेलन में कई प्रतिबंधों की घोषणा कर सकता है। यूएस यूक्रेन के फायदे के लिए कई ऐलान कर सकता है।
Created On :   12 Jun 2024 5:21 PM IST