जन विद्रोह के बाद तख्तापलट: बंगलादेश में आईसीटी ने पूर्व पीएम हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया

बंगलादेश में आईसीटी ने पूर्व पीएम हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया
  • जुलाई-अगस्त में हुए सरकार के विरोध में हुआ जन विद्रोह
  • हसीना को 18 नवंबर तक अदालत के समक्ष पेश करने को कहा
  • मानवता के खिलाफ हसीना पर लगे आरोप में गिरफ्तारी वारंट

डिजिटल डेस्क, ढाका। बंगलादेश में अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने आज सुनवाई करते हुए पूर्व पीएम शेख हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। आईसीटी ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के कुर्सी पर रहते हुए जुलाई अगस्त में जन विद्रोह हुआ थ। हसीना ने जन विद्रोह के दौरान मानवता के खिलाफ हिंसक को बढ़ावा दिया था।जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी। इन्हीं अपराधों के आरोप में हसीना के खिलाफ आईसीटी ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया।

आईसीटी चीफ न्यायमूर्ति मोहम्मद गुलाम मुर्तजा मजूमदार की अध्यक्षता वाली पीठ में आज पूर्वाह्न साढे़ 11 बजे सुनवाई शुरू हुई। आपको बता दें मुख्य अभियोजक अधिवक्ता मोहम्मद ताजुल इस्लाम ने पहले दिन पूर्व पीएम हसीना की गिरफ्तारी वारंट के लिए आवेदन किया। न्यायमूर्ति मजूमदार की अध्यक्षता में तीन न्यायाधीशों के न्यायाधिकरण ने अभियोजन पक्ष की याचिका को स्वीकार करते हुए हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ।

आईसीटी के मुख्य अभियोजक एडवोकेट मोहम्मद ताजुल इस्लाम ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा, “न्यायाधिकरण ने आदेश पारित करते हुए हसीना को गिरफ्तार करने और उसके बाद 18 नवंबर तक न्यायालय के सामने पेश करने को कहा है। न्यायाधिकरण ने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना समेत 45 लोगों को 18 नवंबर तक गिरफ्तार करने के बाद अदालत के सामने पेश होने के लिए कहा है।

आपको बता दें अगस्त माह की 5 तारीख को नौकरी में स्वतंत्रता सेनानियों को आरक्षण दिए जाने के विरोध में छात्रों ने बंगलादेश में शेख हसीना की सरकार के विरोध में उग्र प्रदर्शन किए, उग्र प्रदर्शनों को देखते हुए हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया और हसीना बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गई थी।

Created On :   17 Oct 2024 11:00 AM GMT

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