बांग्लादेश हालात: यूनुस सरकार के सलाहकार महफूज आलम के पोस्ट पर मचा बवाल, भारत बोला - 'अपनी सार्वजनिक टिप्पणियों को लेकर सचेत रहें...'
- बांग्लादेशी सरकार के सलाहकार ने सोशल मीडिया पर किया विवादित पोस्ट
- भारत ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
- सार्वजनिक रूप से की गई टिप्पणियों को लेकर दी सचेत रहने की सलाह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सलाहकार महफूज आलम की सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट पर बवाल मचा हुआ है। हालांकि विवाद बढ़ने पर इस पोस्ट को हटा दिया गया है। वहीं अब बांग्लादेशी नेता की विवादित पोस्ट पर भारत की ओर से भी कड़ी प्रतिक्रिया आई है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि इस मद्दे पर बांग्लादेश के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया गया है।
जायसवाल ने आगे कहा कि हमें पता चला है कि विवादित पोस्ट को सोशल मीडिया से कथित तौर पर हटा दिया गया है। लेकिन, हम सभी संबंधित पक्षों को ये याद दिलाना चाहेंगे कि वे अपनी सार्वजनिक टिप्पणियों के प्रति सचेत रहें। वहीं दूसरे तरफ भारत ने कई बार बांग्लादेश की जनता और वहां की मौजूदा अंतरिम सरकार के साथ संबंध बढ़ाने में रूचि दिखाई है, लेकिन इस तरह के कमेंट सार्वजनिक अभिव्यक्ति में जिम्मेदारी की जरुरत पर जोर देती हैं।
क्या था आलम का ट्वीट
न्यूज एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक महफूज आलम ने अपनी विवादित पोस्ट में लिखा था कि भारत को उस विद्रोह को मान्यता देनी चाहिए, जिसने तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देने पर मजबूर किया था।
तख्तापलट के बाद हिंदुओं पर अत्याचार के मामले बढ़े
भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में इस बात का भी खुलासा किया गया कि बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के 2200 मामले सामने आए हैं। मंत्रालय ने आगे कहा कि भारत सरकार ने इन घटनाओं को बेहद गंभीरता से लिया है और बांग्लादेश सरकार के सामने अपनी चिंताओं को रखा है। भारत को उम्मीद है कि बांग्लादेश सरकार हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम जरुर उठाएगी।
बता दें कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक साल 2022 में बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसी की केवल 47 घटनाएं हुई थीं वहीं साल 2023 में यह आंकड़ा 302 और 2024 में बढ़कर 2200 हो गया।
Created On :   20 Dec 2024 11:44 PM IST