फैसले की आलोचना: अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन ने पाकिस्तान सैन्य कोर्ट के फैसलों पर उठाए सवाल
- कई देशों ने फैसले की आलोचना की
- प्रदर्शनकारियों ने इमरान खान की गिरफ्तारी का किया था विरोध
- खान समर्थित 25 नागरिकों को सुनाई सजा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन ने बीते दिन सोमवार को पाकिस्तान के सैन्य कोर्ट के फैसलों पर सवाल उठाए है। आपको बता दें पाकिस्तान के सैन्य अदालत सालों से सवालों के घेरे में रही है। पाक कोर्ट की आलोचना के पीछे की मुख्य वजह हालही में पाकिस्तान सैन्य कोर्ट ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान समर्थित 25 नागरिकों को सजा सुनाने वाले फैसला रहा है। आपको बता दें इन सभी नागरिकों को 2023 में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के गिरफ्तार होने के बाद हुए प्रदर्शनों के दौरान सेना की प्रॉपर्टी पर हमले करने का आरोपी बनाया गया था। पाकिस्तानी सैन्य कोर्ट ने अपने फैसले में नागरिकों को 2 से 10 साल की सजा सुनाई है। फैसले से खान के समर्थकों में डर पैदा हो गया है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने पाक सैन्य अदालत के फैसले को लेकर कहा कि वाशिंगटन इस फैसले से बहुत चिंतित है कि 9 मई 2023 को इमरान खान के समर्थन में विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के लिए एक सैन्य कोर्ट ने पाकिस्तानी नागरिकों को सजा सुनाई है। अमेरिका के साथ साथ ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि सैन्य कोर्ट में नागरिकों पर केस चलाने में पारदर्शिता, स्वतंत्र जांच की अनदेखी है और यह निष्पक्ष सुनवाई के अधिकार से वंचित करता है। यूरोपीय संघ ने कहा कि पाकिस्तान सैन्य अदालत के फैसले की ये सजाएं नागरिक एवं राजनीतिक अधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय अनुबंध के तहत पाकिस्तान की प्रतिबद्धताओं से मेल नहीं खातीं हैं।
आपको बता दें पूर्व पीएम इमरान खान के समर्थकों ने उनकी गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कई सैन्य स्थलों और वाहनों पर हमले किए थे। आपको बता दें 2022 में प्रधानमंत्री पद से अपदस्थ करने के बाद से खान को कई मामलों में आरोपी बनाया गया , मई 2023 में गिरफ्तारी के बाद इमरान खान को कुछ समय के लिए रिहा किया गया, लेकिन अगस्त में फिर से गिरफ्तार कर लिया गया, तब से वह जेल में कैद हैं। पूर्व पीएम की रिहाई के लिए उनके चाहने वाले और उनकी पार्टी पीटीआई लगातार प्रदर्शन कर शहबाज शरीफ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है।
Created On :   24 Dec 2024 10:57 AM IST