मोदी का रूस दौरा: अमेरिका ने पीएम मोदी की रूस यात्रा को लेकर जाहिर की थी चिंता, अब भारत का आया जवाब

अमेरिका ने पीएम मोदी की रूस यात्रा को लेकर जाहिर की थी चिंता, अब भारत का आया जवाब
  • भारत ने पीएम मोदी की यात्रा बताया मकसद
  • आर्थिक मुद्दों के लेकर मोदी की हो रही रूस यात्रा
  • समाधान युद्ध के मैदान पर नहीं- भारत

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस की यात्रा पर हैं। जिसे लेकर पूरी दुनिया चर्चा हो रही है। हाल ही में जब पीएम मोदी के रूस दौरे को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमनें भारत सहित अन्य सभी देशों को कहा था कि वह रूस से बात करते हैं तो यह भी स्पष्ट करना होगा कि वे यूक्रेन के क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करेंगे। अब इस मामले को लेकर भारत की ओर से जवाब सामने आया है।

भारत ने रखा अपना पक्ष

सरकारी सूत्रों के मुताबिक, भारत की ओर से कहा गया है कि भारत ने रूस-यूक्रेन संघर्ष के संदर्भ में संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता सहित संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सामने करने का आह्वान किया है। इसके साथ ही भारत ने इस बात पर भी जोर दिया है कि समाधान युद्ध के मैदान पर नहीं पाया जा सकता है।

पुतिन के साथ मोदी ने की बात

बता दें कि, पिछली बार पीएम मोदी ने 2019 में रूस का दौरा किया था। बीते सोमवार को उन्होंने राष्ट्रपति पुतिन के घर पर डिनर किया। इस दौरान नेताओं के बीच करीब दो घंटे तक बातचीत चली। सूत्रों के मुताबिक, यूक्रेन संघर्ष को लेकर भी दोनों नेताओं ने बात की। भारत हमेशा ही क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता सहित संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सम्मान करने के लिए कहा है। युद्ध के मैदान में समाधान नहीं है। संवाद और कूटनीति के अनुसार ही आगे बढ़ाना चाहिए।

यात्रा का मकसद

सूत्रों के मुताबिक, भारतीय पक्ष ने सोमवार को साफ कहा कि मोदी की यात्रा का ध्यान आर्थिक एजेंडे पर हैं। साथ ही, इस यात्रा के दौरान ऊर्जा, उर्वरक, व्यापार और इन्फ्रास्ट्क्चर निर्माम पर भी पुतिन और मोदी के बीच चर्चा होगी। यूक्रेन के साथ संघर्ष को लेकर भारतीय पक्ष ने साफ कहा है कि युद्ध के मैदान पर समाधान नहीं खोजा जा सकता है। पीएम मोदी ने आखिरी बार सितंबर 2022 में SCO की बैठक के दौरान कहा था कि आज युद्ध का युग नहीं है।

Created On :   9 July 2024 11:22 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story