सुरक्षा परिषद: एलन मस्क के बयान के बाद भारत के पक्ष में अमेरिका ने दिया बड़ा बयान, यूएनएससी में इंडिया को मिले स्थाई मेंबरशिप

एलन मस्क के बयान के बाद भारत के पक्ष में अमेरिका ने दिया बड़ा बयान, यूएनएससी में इंडिया को मिले स्थाई मेंबरशिप
  • एलन मस्क ने साल के शुरआत में किया था समर्थन
  • मौजूदा समय में UNSC के पांच स्थायी सदस्य
  • सुरक्षा परिषद में सुधार की जरुरत

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता को लेकर बड़ा दिया है। टेस्ला के सीईओ और बिजनेस टाइकून एलन मस्क के बयान के बाद भारत के पक्ष में अमेरिका का ये बयान सामने आया है। आपको बता दें कुछ दिन पहले मस्क ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सीट की वकालत की थी, अब अमेरिका ने भी मस्क के बयान का समर्थन किया है।अमेरिका ने बयान जारी करते हुए कहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सहित संयुक्त राष्ट्र संस्थानों में यूएस सुधार का समर्थन करता है।

आज तक ने एक न्यूज एजेंसी के हवाले से लिखा है कि अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने एक प्रेस कांफ्रेंस में ये बयान दिया। वेदांत पटेल की टिप्पणी तब आई जब एलन मस्क ने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सीट के बिना संयुक्त राष्ट्र के गठन का कोई मतलब नहीं है।वेदांत पटेल ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन पहले भी संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपनी टिप्पणी में इस (सुधारों की आवश्यकता) के बारे में बात कर चुके हैं। उन्होंने आगे कहा, 'हम निश्चित तौर पर सुरक्षा परिषद सहित संयुक्त राष्ट्र संस्था में सुधारों का समर्थन करते हैं, ताकि इसे 21वीं सदी की दुनिया को दिखाया जा सके। मेरे पास यह बताने के लिए कोई विशेष जानकारी नहीं है कि वे कदम क्या हैं, लेकिन निश्चित रूप से, हम मानते हैं कि सुधार की जरूरत है।

आपको बता दें इस साल की शुरुआत में एलन मस्क ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता का समर्थन किया था। मस्क ने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र की मौजूदा संरचना दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देशों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं करती है। उन्होंने कहा था, 'कुछ बिंदु पर, संयुक्त राष्ट्र संस्थाओं में सुधार की जरूरत है। आपको बता दें मौजूदा समय में UNSC के पांच देश चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका स्थायी सदस्य हैं। सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए सालों से चल रहे प्रयासों में भारत सबसे आगे है।

Created On :   18 April 2024 2:25 PM GMT

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