टीकाकरण से लॉन्ग कोविड का जोखिम हुआ आधा
डिजिटल डेस्क, लंदन। कुल 860,000 से अधिक मरीजों पर किए गए नए रिसर्च के अनुसार, कोविड के खिलाफ टीका लगवाने से लोगों में लॉन्ग कोविड विकसित होने का जोखिम आधा हो जाता है।
निष्कर्षों से पता चला है कि अधिक वजन वाले लोगों, महिलाओं, धूम्रपान करने वालों और 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में भी लॉन्ग कोविड से पीड़ित होने की संभावना अधिक होती है।
इसके अलावा, अस्थमा, सीओपीडी, टाइप 2 डायबिटीज, कोरोनरी हार्ट डिजीज, इम्यूनोसप्रेशन, एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी सहरुग्णता वाले लोग भी लॉन्ग कोविड के बढ़ते जोखिम से जुड़े हैं।
और जो मरीज अपने एक्यूट कोविड इंफेक्शन के दौरान अस्पताल में भर्ती होते हैं, उनमें भी लॉन्ग कोविड से संक्रमित होने की संभावना अधिक होती है।
यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया के प्रोफेसर वासिलियोस वासिलीउ ने कहा, यह देखना आश्वस्त करने वाला था कि जिन लोगों को टीका लगाया गया था, उनमें गैर-टीकाकृत प्रतिभागियों की तुलना में लॉन्ग कोविड विकसित होने का लगभग जोखिम काफी कम था।
जेएएमए इंटरनल मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित निष्कर्ष दुनिया भर के 41 अध्ययनों के आंकड़ों पर आधारित हैं, जिसमें कुल 860,783 मरीज शामिल थे।
वासिलीउ ने कहा, लॉन्ग कोविड एक जटिल स्थिति है, जो कोविड होने के दौरान या बाद में विकसित होती है, और इसे तब वर्गीकृत किया जाता है जब लक्षण 12 सप्ताह से अधिक समय तक जारी रहते हैं।
लॉन्ग कोविड लोगों को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित करता है। सांस फूलना, खांसी, दिल की धड़कन, सिरदर्द और गंभीर थकान सबसे प्रचलित लक्षणों में से हैं।
वासिलीउ ने कहा, अन्य लक्षणों में सीने में दर्द या जकड़न, ब्रेन फॉग, अनिंद्रा, चक्कर आना, जोड़ों में दर्द, अवसाद और चिंता, टिनिटस, भूख न लगना, सिरदर्द और गंध या स्वाद की भावना में बदलाव शामिल हो सकते हैं।
रिसर्च पूर्ण जनसांख्यिकीय विशेषताओं और लॉन्ग कोविड के विकास के जोखिम कारकों को परिभाषित करने में मदद करेगा।
शोधकर्ताओं ने कहा, निष्कर्ष सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रचार अभियानों के साथ, लक्ष्य आबादी में धूम्रपान बंद करने, टीकाकरण और स्वस्थ वजन प्रबंधन को प्रोत्साहित करने के साथ, किसी भी परिवर्तनीय जोखिम कारकों के अनुकूलन के लिए अधिकारियों को एक बेहतर रणनीति विकसित करने में मदद करेंगे।
(आईएएनएस)
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Created On :   24 March 2023 1:30 PM IST