कर रहे हैं कीटो डाइट प्लान शुरू, तो पहले जान लें इसके साइड इफेक्ट्स
डिजिटल डेस्क। डाइट और फिटनेस विशेषज्ञों के साथ-साथ जिम जाने वाले लोग कीटो डाइट के बारे में अच्छी तरह जानते होंगे। तेजी से वजन घटाने के लिए जिमिंग के साथ आजकल कीटो डाइट को अपनाया जा रहा है, जो कम कार्बोहाइड्रेट और अधिक फैट पर आधारित है। इस लो-कार्ब डायट को फॉलो करना बेहद मुश्किल होता है, लेकिन अगर किसी ने यह डायट ठीक से फॉलो किया तो परिणाम चौंकाने वाले होते हैं। हालांकि, अब इसकी लोकप्रियता कुछ कम हो रही है। हेल्थ एक्सपर्ट्स और न्यूट्रिशनिस्ट्स का मानना है कि कीटो डायट के कई नुकसान है, कीटो वजन कम करने में तो मदद करता है, लेकिन इसके कई साइडइफेक्ट्स भी होते हैं। तो कीटो डाइट शुरु करने से पहले उनके साइडइफेक्ट्स के बारे में भी जान लें।
सिरदर्द, जी मचलाना, भारीपन लगना या उल्टी जैसा मन होना कीटो डाइट के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, इसलिए इन नुकसानों को जानने के बाद ही कीटो डाइट अपनाने का निर्णय लें।
कुछ रिसर्च के अनुसार कीटो डायट शरीर से मसल्स भी कम कर सकता है। कुछ रिसर्च के अनुसार अच्छी ट्रेनिंग के बाद भी कीटो डायट लेने वाले कुछ लोगों में बॉडी मसल्स कम हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है कि मसल्स बनाने में अकेले प्रोटीन कम कारगर होता वहीं कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन मिलकर मसल्स बनाने में ज्यादा कारगर होते हैं।
कीटो डायट के समय कई लोगों की किडनी खराब हो सकती है। इसमें लोग खूब मीट खाते हैं। ऐसे में अगर कम पानी पीएंगे तो यूरिक ऐसिड बढ़ने का खतरा है। इससे किडनी स्टोन भी हो सकता है।
कीटो डाइट में आपको भूख कम लगती है जिससे विभिन्न पोषक तत्वों की कमी भी हो सकती है। कई मामलों में कीटो डाइट के चलते शरीर में विटामिन्स की कमी सामने आती है।
इससे आपको शरीर की मांसपेशियों में अकड़न, खिंचाव और थकान जैसी समस्या हो सकती है, जिसका प्रमुख कारण इलेक्ट्रोलाइट में गड़बड़ी होना है। कार्बोहाइड्रेट की कमी से यह समस्या हो सकती है।
कीटो डाइट का एक दुष्परिणाम यह है कि इसके साथ आपको पर्याप्त फाइबर और पोषक तत्व नहीं मिल पाते और कार्बोहाइड्रेट भी कम लिया जाता है, जिसका सीधा प्रभाव आपके पाचन तंत्र पर पड़ता है। इससे आपको पाचन संबंधी समस्या, खास तौर से कब्ज का सामना करना पड़ सकता है।
इस डाइट को जब आप शुरू करते हैं, शरीर को इसकी आदत नहीं होती, अत: सुस्ती और थकान का अनुभव होना आम बात है। कुछ समय बाद जब आपका शरीर इसका आदि होता है, तब आप सामान्य अनुभव करते हैं।
Created On :   1 May 2019 11:27 AM IST