क्या आप जानते हैं दवाइयों के पत्तों पर लाल रंग की लाइन बने रहने का कारण
डिजिटल डेस्क। आमतौर पर जब भी हमें स्वास्थ्य संबंधी कोई छोटी-मोटी, समस्या, सर दर्द, खासी-जुखाम आदि होता है तो हम मेडिकल से दवा लेकर खा लेते हैं, लेकिन कभी ये ध्यान नहीं रखते कि दवाइयों के पत्तों पर लाल रंग की एक लाइन बनी रहती है, उसका क्या मतलब होता है। क्या आपको पता है कि दवाइयों के इन पत्तों Rx, XRx, और NRx क्यों लिखा रहता है? जानकारी के अभाव में और डॉक्टर से सलाह लिए बगैर हम बिना जाने समझें एंटीबायोटिक्स ले लेते हैं और इसके कारण कभी-कभी इन एंटिबायोटिक्स का उल्टा असर झेलना पड़ जाता है।
दवाइयों के जिन पत्तों पर NRx लिखा होता है, उसका मतलब होता है कि उस दवाई को लेने की सलाह सिर्फ वहीं डॉक्टर दे सकते हैं, जिनके पास नशीली दवाई देने का लाइसेंस है।
वहीं जिन दवा के पैकेट्स पर XRx लिखा रहता है उनका यह मतलब होता है कि, यह एक ऐसी दवा है जिसे मरीज सीधे डॉक्टर से ले सकता है। ये दवा ऐसे डॉक्टर को केवल तभी बेची जा सकती है जिसके पास लाइसेंस हो, जैसे कि एनेस्थिसियोलॉजिस्ट। मरीज इसे मेडिकल से नहीं खरीद सकते भले ही उनके पास डॉक्टर की लिखी प्रिस्क्रिप्शन ही क्यों न हो।
दवाई के जिस पत्ते पर Rx लिखा होता है उसका मतलब है कि उस दवाई को सिर्फ डॉक्टर की सलाह से ही लेनी चाहिए।
दवाइयों के पत्तों पर बनी लाल रंग की पट्टी का मतलब होता है कि डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बिना उस दवाई को ना तो बेचा जा सकता है और ना ही डॉक्टर की सलाह के बिना उसका इस्तेमाल किया जा सकता है। एंटीबायोटिक दवाओं का गलत तरीके से इस्तेमाल रोकने के लिए ही दवाइयों पर लाल रंग की पट्टी बनाई जाती है।
Created On :   17 Aug 2019 1:44 PM IST