बांग्लादेश हिंसा: पूर्व PM शेख हसीना का बांग्लादेश के नाम संदेश, सेंट मार्टिन द्वीप को लेकर अमेरिका पर लगाया आरोप

पूर्व PM शेख हसीना का बांग्लादेश के नाम संदेश, सेंट मार्टिन द्वीप को लेकर अमेरिका पर लगाया आरोप
  • बांग्लादेश में नहीं थम रही हिंदू समेत अल्पसंख्यकों पर हिंसा
  • पूर्व पीएम हसीना शेख ने देश के नाम संबोधित किया संदेश
  • अमेरिका पर सेंट मार्टिन द्वीप को लेकर लगाया आरोप

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में तख्तापलट और नई सरकार के गठित होने के बावजूद हिंसा बरकरार है। देश में आरक्षण विरोधी आंदोलन करने वाले छात्र अब अल्पसंख्यकों को निशाना बना रहे हैं। राजधानी ढाके को छोड़कर अन्य इलाकों में हिंदू, उनके घर और मंदिरों में तोड़फोड़ की जा रही है। जिसके विरोध में हजारों की संख्या में हिंदू समेत अन्य अल्पसंख्यक प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रविवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने अमेरिका पर आरोप लगाया है। शेख हसीना ने कहा कि उन्होंने अमेरिका को सेंट मार्टिन द्वीप सौंपने से इनकार कर दिया था। इस वजह से उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया गया है। शेख हसीना ने कहा कि अमेरिका को सेंट मार्टिन मिलने के बाद वह बांग्लादेश की खाड़ी पर अपना दबदबा बना सकता है।

इसके अलावा बांग्लादेश की पूर्व पीएम ने एक मैसेज शेयर कर बांग्लादेशी नागरिकों से कट्टरपंतियों के बहकावे में न आने की हिदायत दी है। शेख हसीना ने बांग्लादेश की जनता तक यह मैसेज अपने करीबी सहयोगियों के जरिए ईटी तक पहुंचाया है। इस मैसेज में उन्होंने कहा, "मैंने इस्तीफा दे दिया, ताकि मुझे शवों का जुलूस न देखना पड़े। वे छात्रों की लाशों पर सत्ता में आना चाहते थे, लेकिन मैंने ऐसा नहीं होने दिया, मैंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।"

शेख हसीना ने बांग्लादेश के नाम संबोधित किया संदेश

शेख हसीना ने आगे कहा, "मैं सत्ता में बनी रह सकती थी, अगर मैंने सेंट मार्टिन द्वीप की संप्रभुता को त्याग दिया होता और अमेरिका को बंगाल की खाड़ी पर प्रभाव रखने दिया होता। मैं अपने देश के लोगों से विनती करती हूं, कृपया कट्टरपंथियों के बहकावे में न आएं।"

इसके बाद उन्होंने कहा, "अगर मैं देश में रहती तो और अधिक लोगों की जान चली जाती, और अधिक संसाधन नष्ट हो जाते. मैंने बाहर निकलने का बेहद कठिन निर्णय लिया. मैं आपकी नेता बनी, क्योंकि आपने मुझे चुना, आप मेरी ताकत थे. मेरे दिल में यह खबर सुनकर रोना आ गया है कि कई नेताओं की हत्या कर दी गई है, कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है और उनके घरों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई है... सर्वशक्तिमान अल्लाह की कृपा से मैं जल्द ही वापस आऊंगी।” शेख हसीना ने आगे कहा है कि अवामी लीग ने बार-बार आवाज उठाई है। मैं बांग्लादेश के भविष्य के लिए हमेशा प्रार्थना करूंगी, वह राष्ट्र जिसके लिए मेरे महान पिता ने संघर्ष किया.. वह देश जिसके लिए मेरे पिता और परिवार ने अपनी जान दे दी..।"

प्रदर्शनकारी छात्रों के लेकर कही ये बात

मैसेज में हसीना ने बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी आंदोलन और छात्रों के बारे में जिक्र किया। उन्होंने कहा, "मैं बांग्लादेश के युवा छात्रों से दोहराना चाहूंगी कि मैंने आपको कभी रजाकार नहीं कहा.. बल्कि मेरे शब्दों को आपको भड़काने के लिए तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। मैं आपसे उस दिन का पूरा वीडियो देखने का अनुरोध करती हूं। षड्यंत्रकारियों ने मासूमियत का फायदा उठाया है और राष्ट्र को अस्थिर करने के लिए आपका इस्तेमाल किया है।"

Created On :   11 Aug 2024 12:13 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story