फैक्ट चेक: मिलावाटी दूध की वायरल वीडियो निकली फेक, जानिए कैसे पता चली सच्चाई

  • सोशल मीडिया पर फेक वीडियो वायरल
  • वीडियो में मिलावटी दूध का किया गया दावा
  • पड़ताल में वीडियो निकली फर्जी

डिजिटल डेस्क, भोपाल। सोशल मीडिया पर एक वीडियों बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक कारखाना दिखाई दे रही है जहां नीले रंग का एक बड़ा सा ड्रम है। नीले ड्रम के अंदर कई प्रकार के केमिकल्स डाले जा रहे थे। फिर उन केमिकल्स को मशीन की मदद से मिलाया गया। मशीन से केमिकल्स मिलाते ही सफेद संग का पदार्थ ड्रम के ऊपर तक खरा नजर आता है। इसी सफेद रंग के लिक्विड को वायरल हो रही वीडियो में दूध बताया गया है।

बता दें यह वीडियो डालते समय यूजर ने दावा किया कि सफेद दिख रहा लिक्विड दूध है। यूजर का कहना है कि कुछ ही देर में कई लीटर दूध बनाया जा रहा है। वहीं इस वीडियो को लोग बड़े ही तेजी से इंस्टाग्राम के साथ-साथ फेसबुक पर भी शेयर कर रहे हैं।

यूजर का दावा

यह वीडियो हाफिज अफजल (hafiz_afzaal_786) नामक शख्स ने इंस्टाग्राम पर अपलोड किया है। यूजर का दावा है कि वीडियो में दिख रहा सफेद रंग का लिक्विड दूध है जो कि केमिकल से बनाया जा रहा है। यूजर ने कहा, “सिर्फ 10 मिनट में 300 लीटर दूध तैयार हो जा रहा है।” यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तूल पकड़ा जा रहा है।

वीडियो को देखकर लोग कमेंट सेक्शन में अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लोग का कहना है- आने वाले समय में जो किसान है वो स्लस्थ रहेगा, भाई बंद कर दो ये सब लोगों को क्यों मार रहे हो, आज इंसान पैसे के लिए कुछ भी करने को तैयार हो गया है।

दावा निकला झूठा

वायरल वीडियो की जांच पड़ताल के बाद यूजर का दावा झूठा साबित हुआ है। दरअसल, जिस वायरल वीडियो में सफेद रंग के पदार्थ को मिलावटी दूध होने का दावा किया है, वह पदार्थ असल में दूध नहीं है। वह कपड़े धोने वाला लक्विड डिटरजेंट बताया जा रहा है। री-रिसर्च के दौरान यह पाया गया कि मिलावटी दूध के नाम से वायरल हो रही वीडियो पहले ही (23 मई 2023) को यूट्यूब पर डाली जा चुकी है। बता दें, यूट्यूब वीडियो में “Ibrahemsleem1” नाम की टिकटॉक आईडी नजर आ रही है।

पड़ताल

टोर ब्राउजर का इस्तेमाल करने के बाद हमने इस ID को टिकटॉक पर चेक किया। जहां हमें यह अकाउंट मिल गया। अकाउंट की जांच करने के बाद यह प्रोफाइल कपड़ो के डिटरजेंट बनाने वाले एक व्यापारी की पाई गई। व्यापारी की टिकटॉक प्रोफाइल पर कई वीडियो पाए गए जिसमें वह केमिकल्स को मिलाकर डिटर्जेंट बना रहा था। साथ ही यूजर के बायो में अलमाजा डिटरजेंट्स लिखा था।

इसी के साथ फेसबुक पर ‘अलमाजा डिटरजेंट्स’ सर्च करने पर वहां भी अकाउंट मिला। फेसबुक अकाउंट पर भी डिटरजेंट बनाने की कई वीडीयो और फोटोज डाली गई थी। जिसके चलते यह साबित होता है कि केमिकल वाले दूध का दावा कर रहे यूजर का दावा झूठा पाया गया।

Created On :   1 July 2024 12:16 PM GMT

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