कुरुक्षेत्र में पुलिस की पिटाई में किसानों को आई गंभीर चोट, जानें इन वायरल तस्वीरों की सच्चाई

कुरुक्षेत्र में पुलिस की पिटाई में किसानों को आई गंभीर चोट, जानें इन वायरल तस्वीरों की सच्चाई

डिजिटल डेस्क,भोपाल। हरियाणा के कुरुक्षेत्र में हाल ही में किसानों ने सूरजमुखी के न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग को लेकर आंदोलन किया था। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज की, साथ ही किसान यूनियन चढूनी गट के अध्यक्ष गुरनाम सिंह और नौ लोग को 14 दिन के लिए जेल भेजा गया। इसके बाद से सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर कई सारे वीडियो और फोटोज वायरल हो रहे हैं।

वायरल फोटो में साफ तौर पर देखा जा सकता है, कि एक सिख व्यक्ति अपनी पीठ पर लगी चोटों को दिखा रहा है। इस फोटो को कई लोग कुरुक्षेत्र में किसानों और पुलिस के बीच हुई भिड़ंत की घटना बता रहे हैं। सिमें कहा गया है कि, अनाज का सही मूल्य मांगने के कारण किसान का ये हाल किया गया है। इन वायरल फोटोज की क्या है सच्चाई आइए जानते हैं...

वायरल फोटोज में क्या है खास

आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने एक और फोटो शेयर की है, जिसमें एक व्यक्ति के सिर पर गंभीर चोट दिख रही है। इन दो तस्वीरों को शेयर करते हुए संजय ने लिखा है, " ये भारत के अन्नदाता हैं, इनका गुनाह ये है की ये अपने अनाज का सही दाम चाहते है. खट्टर ने कहा " अनाज का दाम माँगोगे तो जान ले लेंगे "।

वहीं रेसलर साक्षी मलिक ने भी चार चोटिल लोगों की तस्वीरों का एक कोलाज शेयर किया है जिसमें उन्होंने लिखा है, "किसानों ने सिर्फ़ अपनी फसलों की एमएसपी मांगी थी। लेकिन क्रूर तंत्र ने उन्हें लाठियां और गिरफ़्तारियां दीं। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी की गिरफ़्तारी की हम निंदा करते हैं, उनकी जल्द रिहाई हो। आंदोलन में शहीद हुए किसान की खबर ने आंखे नम कर दी हैं "।

फोटोज में कितनी सच्चाई?

जब हमने इन वायरल फोटोज की सच्चाई जानने के लिए पड़ताल की, तो पाया कि इन वायरल तस्वीरों का कुरुक्षेत्र में हुए किसान आंदोलन से कोई लेना देना नहीं है। पहली तस्वीर की हकीकत जानने के लिए हमने फोटो को रिवर्स सर्च किया जिस पर हमें साल 2019 से जुड़ी एक घटना का फेस्बुक पोस्ट मिला। इस पोस्ट के मुताबिक वायरल फोटो में जो सिख व्यक्ति अपनी चोटों को दिखा रहा है वह असल में एक टेम्पो ड्राइवर था जिसका पुलिस से विवाद हो गया था जिसके बाद पुलिस ने उसे बहुत पीटा था।

वहीं दूसरी फोटो की पड़ताल करते समय हमें साल 2021 में मनदीप पुनिया नाम के पत्रकार का एक ट्विटर पोस्ट मिला। इस पोस्ट हमें पता चला कि वायरल हो रहे शख्स की फोटो रविंदर नाम के किसान की है। पोस्ट के मुताबिक पुलिस ने रविंदर की पिटाई की थी जिस वजह से उसका सर फट गया था। रविंदर के सिर में सात सेंटीमीटर गहरा घाव भी हुआ था। इस घटना के बाद रविंदर के सिर पर टांके आए थे। जिससे पता चलता है कि, इस फोटो का हाल ही में हुए किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है।

जबकि, रेसलर साक्षी मलिक द्वारा चार फोटोज के कोलाज की जांच करने पर पता चला, कि इसे किसान नेता राकेश टिकैत के 6 जून को फेसबुक पर पोस्ट किया था। इस पोस्ट में किसान नेता ने बताया कि ये तस्वीरें हरियाणा के कुरुक्षेत्र में किसानों पर पुलिस द्वारा किए लाठीचार्ज के बाद के बाद की हैं। कुछ लोगों ने हरियाणा में घायल किसानों से बातचीत के वीडियो और तस्वीरें भी शेयर की थी। वीडियो में दिख रही जगह साक्षी मलिक के कोलाज वाली तस्वीरों से बिल्कुल मेल खा रही है। ऐसे में यह बात साफ हो जाती है कि साक्षी मलिक ने जो चार तस्वीरों का कोलाज शेयर किया है वह हाल ही में हुए किसान आंदोलन के समय का है।

Created On :   10 Jun 2023 3:47 PM IST

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