अपकमिंग फिल्म: 1971 का वो हीरो जिसने पाकिस्तानियों को चटा दी थी धूल, विक्की कौशल रुपहला पर्दे पर लेकर आ रहे है उस बहादुर की कहानी

1971 का वो हीरो जिसने पाकिस्तानियों को चटा दी थी धूल, विक्की कौशल रुपहला पर्दे पर लेकर आ रहे है उस बहादुर की कहानी
  • विक्की कौशल लेकर आ रहे है उस बहादुर की कहानी
  • शानदार ट्रेलर हुआ रिलीज
  • इस दिन सिनेमाघरों में देगी दस्तक

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विक्की कौशल पिछले कुछ समय से अपनी अपकमिंग मूवी 'सैम बहादुर' को लेकर सुर्खियों में हैं। आखिरी बार विक्की को 'द ग्रेट इंडियन फैमिली' में देखा गया था। हालांकि, ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने में कामयाब नहीं हो पाई थी। लेकिन 'सैम बहादुर' ने काफी समय से बज क्रिएट किया हुआ है और फैंस फिल्म के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हाल ही में फिल्म का टीजर रिलीज हुआ था और अब इसका शानदार ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है, जिसमें विक्की की शानदार एक्टिंग ने लोगों का दिल जीत लिया है। तो चलिए जानते हैं फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ कौन थे, जिनके किरदार में बड़े पर्दे पर धामाल मचाने वाले हैं एक्टर विक्की कौशल-

रिलीज हुआ फिल्म 'सैम बहादुर' का ट्रेलर

विक्की कौशल की फिल्म सैम बहादुर का शानदार ट्रेलर रिलीज हो गया है। ट्रेलर में फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के 40 साल लंबे करियर को बखूबी दर्शया गया है। उन्होंने अपने जीवन के 40 साल देश की सेवा में समर्पित कर दिए थे। सैम मार्शल के किरदार में विक्की कौशल भी खूब जच रहे हैं। उनकी एक्टिंग ने फैंस को पहले ही इंप्रेस कर दिया है। साथ ही इस 2 43 मिनट के ट्रेलर में फातिमा सना शेख के और सान्या मल्होत्रा की भी झलक देखने को मिली।

कौन है सैम बहादुर मानेकशॉ

सैम बहादुर मानेकशॉ साल 1932 में देहरादून के इंडियन मिलिट्री एकेडमी के पहले बैच के लिए चुने गए 40 छात्रों में से एक थे। वहां से वे कमीशन प्राप्ति के बाद 1943 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। वहीं 1969 को उन्हें सेनाध्यक्ष बनाया गया और 1973 में फील्ड मार्शल का सम्मान प्रदान किया गया। उन्होंने भारत के विभाजन के बाद 1947-48 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 7 जून 1969 को सैम मानेकशॉ को जनरल कुमारमंगलम के बाद भारत का 8वां चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ बनाया गया। उनके इतने सालों के अनुभव के इम्तिहान की घड़ी तब आई जब 1971 की लड़ाई में इंदिरा गांधी चाहती थीं कि वह मार्च में ही पाकिस्तान पर चढ़ाई कर दें। लेकिन सैम ने इसके लिए मना कर दिया क्योंकि भारतीय सेना हमले के लिए तैयार नहीं थी। उन्होंने हमले के लिए 6 महीने का वक्त मांगा। 3 दिसंबर को फाइनली वॉर शुरू हुआ। 14 दिसंबर, 1971 को भारतीय सेना ने ढाका में पाकिस्तान के गवर्नर के घर पर हमला कर दिया। इसके बाद 16 दिसंबर को ईस्ट पाकिस्तान आजाद होकर ‘बांग्लादेश’ बन गया। इसी जंग में तत्कालीन ईस्ट पाकिस्तान के 90 हजार सैनिक मारे गए थे।

पद्मभूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित थे मानेकशॉ

सैम मानेकशॉ देश के सबसे महान फौजी अफसरों में से एक थे, जिनकी जिंदगी पर ये फिल्म बनने जा रही है। सैम मानेकशॉ को कई सम्मान मिले थे। 1973 में उन्हें फील्ड मार्शल की उपाधि से नवाजा गया था। वो इस पद से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय जनरल थे। 1968 में उन्हें पद्मभूषण व 1972 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया।

दिसंबर में रिलीज होगी फिल्म

विक्की कौशल की फिल्म 'सैम बहादुर' 1 दिसंबर को सिनेमाघरों में दस्तक देगी। सान्या मल्होत्रा फिल्म में विक्की की पत्नी के रोल में नजर आएंगी वहीं, फातिमा भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के किरदार में नजर आएंगी। इस फिल्म को मेघना गुलजार ने डायरेक्ट किया है। बता दें कि फिल्म सैम बहादूर की स्क्रिप्ट भवानी अय्यर ने मेघना गुलजार के पिता गुलजार और शांतनु श्रीवास्तव के साथ लिखी है। गुलजार ने फिल्म में गीतकार के रूप में भी काम किया है। वहीं तिकड़ी शंकर-एहसान-लॉय ने फिल्म में म्यूजिक दिया है।

Created On :   8 Nov 2023 11:33 AM IST

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