एसएस राजामौली को यकीन नहीं है कि वह अपने पिता द्वारा लिखित आरएसएस पर फिल्म बनाएंगे
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। जाने-माने फिल्म निर्माता एसएस. राजामौली ने कहा है कि उन्हें यकीन नहीं है कि वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर एक फिल्म का निर्देशन करेंगे, जिसकी पटकथा उनके पिता और राज्यसभा सांसद विजयेंद्र प्रसाद ने लिखी है।
एक अंतरराष्ट्रीय प्रकाशन को दिए एक साक्षात्कार में एसएस. राजामौली ने कहा कि काहानी का निर्देशन करना उनके लिए सम्मान की बात होगी, उन्हें यकीन नहीं है कि उनके पिता ने किसी अन्य संगठन या निर्माता के लिए यह पटकथा लिखी थी। कहानी को एक सुंदर, मानवीय और भावनात्मक ड्रामा करार देते हुए राजामौली ने यह भी खुलासा किया कि वह इसे पढ़ते हुए कई बार रोए।
ब्लॉकबस्टर आरआरआर और बाहुबली के लिए कहानियां लिखने वाले विजयेंद्र प्रसाद वर्तमान में आरएसएस के बारे में एक फिल्म पर काम कर रहे हैं। प्रसाद ने पिछले साल अगस्त में कहा था कि वह आरएसएस का महिमामंडन करने वाली एक फिल्म और एक वेब सीरीज दोनों का निर्देशन करने जा रहे हैं।
पटकथा लेखक ने आरएसएस की प्रशंसा की और कहा कि संगठन के बारे में उनकी पहले की नकारात्मक राय बदल गई थी क्योंकि उन्हें इस पर एक फिल्म लिखने के लिए चुना गया था। हालांकि, राजामौली ने साक्षात्कार में कहा कि उन्हें आरएसएस के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि मैंने स्पष्ट रूप से संगठन के बारे में सुना है, लेकिन मुझे नहीं पता कि यह कैसे बना, इसकी सटीक मान्यताएं क्या हैं, यह कैसे विकसित हुआ। हालांकि, फिल्म निर्माता ने कहा कि उन्होंने अपने पिता की पटकथा पढ़ी। उन्होंने कहा, यह बेहद इमोशनल है। मैं उस पटकथा को पढ़ते हुए कई बार रोया। पटकथा के नाटक ने मुझे रुला दिया, लेकिन उस प्रतिक्रिया का कहानी के इतिहास वाले हिस्से से कोई लेना-देना नहीं है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह फिल्म का निर्देशन करेंगे, उन्होंने कहा कि वह निश्चित नहीं हैं।
जब उनसे पूथा गया कि क्या वह फिल्म का निर्देशन करेंगे। इस पर उन्होंने कहा कि वह निश्चित नहीं हैं। राजामौली ने कहा, मुझे नहीं पता कि यह संभव होगा, क्योंकि मुझे जानकारी नहीं है कि मेरे पिता ने यह स्क्रिप्ट (पटकथा) किसी अन्य संगठन, लोगों या निर्माता के लिए लिखी है या नहीं।
फिर भी, जहां तक प्रश्न का सवाल है, मेरे पास कोई निश्चित जवाब नहीं है। कहानी का निर्देशन करना मेरे लिए सम्मान की बात होगी, क्योंकि यह इतना सुंदर, मानवीय और भावनात्मक ड्रामा है। 2018 में ऐसी खबरें आई थीं कि विजयेंद्र प्रसाद आरएसएस पर फिल्म लिख रहे हैं। यह बताया गया था कि फिल्म केबी हेडगेवार, एमएस गोलवलकर, वीर सावरकर, केएस सुदर्शन और मोहन भागवत द्वारा संगठन को दिए गए योगदान को उजागर करेगी।
16 अगस्त, 2022 को विजयवाड़ा में आरएसएस नेता राम माधव के एक पुस्तक विमोचन समारोह में, प्रसाद ने स्वीकार किया था कि तीन या चार साल पहले तक, वह आरएसएस के बारे में ज्यादा नहीं जानते थे और कई अन्य लोगों की तरह उनका मानना था कि उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या की थी।
प्रसाद ने कहा था, लेकिन चार साल पहले, उन्होंने मुझे आरएसएस पर एक फिल्म लिखने के लिए कहा। चूंकि मुझे इसके लिए भुगतान किया जा रहा था, मैं नागपुर गया और मोहन भागवत से मिला। मैं वहां एक दिन रुका और पहली बार समझा कि है आरएसएस क्या है। मुझे बहुत पछतावा हुआ कि मैं इतने लंबे समय तक इतने बड़े संगठन के बारे में नहीं जानता था।
प्रसाद को पिछले साल जुलाई में राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया था। भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने कहा कि वह सिनेमा के माध्यम से सांस्कृतिक गौरव और राष्ट्रवादी भावना जगाने में सहायक रहे हैं। आंध्र प्रदेश के रहने वाले प्रसाद ने कई तेलुगु और हिंदी फिल्मों के लिए कहानियां लिखी हैं।
(आईएएनएस)
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   18 Feb 2023 5:00 PM GMT