रजनीकांत ने बताया पोन्नियिन सेलवन उपन्यास पढ़ने के लिए किससे मिली प्रेरणा

Rajinikanth told what inspired him to read the novel Ponniyin Selvan
रजनीकांत ने बताया पोन्नियिन सेलवन उपन्यास पढ़ने के लिए किससे मिली प्रेरणा
तमिलनाडु रजनीकांत ने बताया पोन्नियिन सेलवन उपन्यास पढ़ने के लिए किससे मिली प्रेरणा

डिजिटल डेस्क, चेन्नई,। तमिल सुपरस्टार रजनीकांत ने खुलासा किया है कि वह तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता की वजह से तमिल क्लासिक कल्कि की पोन्नियिन सेलवन को पढ़ने के लिए प्रेरित हुए थे, जिस पर अब निर्देशक मणिरत्नम ने फिल्म बनाई है।

मंगलवार रात जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में आयोजित पोन्नियिन सेलवन 1 के ऑडियो और ट्रेलर लॉन्च समारोह में भाग लेते हुए, रजनीकांत ने कहा, पोन्नियिन सेलवन में तीन नायक हैं। पहला दिवंगत लेखक कल्कि है। फिर निर्माता सुभाषकरन हैं और तीसरे मणिरत्नम हैं।

आगे अभिनेता ने कहा, 70 साल पहले लिखा गया महाकाव्य उपन्यास इतना लोकप्रिय था कि जब इसे पाक्षिक स्थानीय पत्रिका द्वारा पांच साल की अवधि में छोटे भागों में प्रकाशित किया गया तो लोग मैगजिन के लिए प्रतीक्षा करते थे। पत्रिका की मांग एक हिट फिल्म के टिकट की मांग के बराबर थी। उपन्यास का प्रभाव ऐसा था। साथ ही अभिनेता रजनीकांत ने बताया कि किससे प्रेरित होकर इस लंबे उपन्यास को पढ़ने के बारे में सोचा।

अभिनेता ने कहा, मैंने बहुत सारी किताबें पढ़ीं। लेकिन मुझे यह पूछने की आदत है कि किताब में कितने पन्ने हैं। पन्न कम होते है तो मैं पढ़ लेता हूं और अगर किताब बहुत बड़ी होती है तो मैं इसको नही पढ़ता। जब बहुत सुनने के बाद मुझे पता चला कि यह पांच खंडों का संग्रह है, जो 2,000 से अधिक पृष्ठों में है तो मैं चौंक गया और कहा कि यह मेरे लिए नहीं है और मैंने नहीं पढ़ने के बारे में सोचा।

हालांकि, उन दिनों, एक लोकप्रिय स्थानीय भाषा पत्रिका में सरकारी उत्तर शीर्षक से एक प्रश्न और उत्तर खंड होता था। इस खंड में, तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता लोगों के सवालों का जवाब देती थी। ऐसे एक संस्करण में, एक पाठक ने दिवंगत मुख्यमंत्री से पूछा कि कल्कि की क्लासिक फिल्म पोन्नियिन सेलवन में वंथियाथेवन का किरदार निभाने के लिए वह सबसे अच्छा व्यक्ति कौन होगा, अगर इस पर एक फिल्म बनाई जाती है तो?

जयललिता ने जवाब दिया था, रजनीकांत। जब मुझे यह पता चला तो मैं बहुत खुश हुआ। मैं जानना चाहता था कि यह उपन्यास किस बारे में है और इसे मैंने मेरे पास लाने के लिए कहा। मैंने इसे पढ़ना शुरू किया। जैसे-जैसे मैंने किताब पढ़ी, मैं अभिभूत हो गया। खैर, जब मैंने इस उपन्यास को खत्म किया तो मैं चाहता था कि दिवंगत लेखक कल्कि जीवित होते, तो मैं उनके पास जाता और इतना शानदार उपन्यास लिखने के लिए उनके सामने नतमस्तक होता।

 

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Created On :   7 Sept 2022 1:31 PM IST

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