कंगना रनौत का महाराष्ट्र सरकार पर निशाना, बोलीं- साबित हुआ कि मैं सच्ची देशभक्त हूं, हरामखोर नहीं

Kangana Ranaut Takes A Dig At Maharashtra Government
कंगना रनौत का महाराष्ट्र सरकार पर निशाना, बोलीं- साबित हुआ कि मैं सच्ची देशभक्त हूं, हरामखोर नहीं
कंगना रनौत का महाराष्ट्र सरकार पर निशाना, बोलीं- साबित हुआ कि मैं सच्ची देशभक्त हूं, हरामखोर नहीं

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर  गंभीर आरोपों के बाद एक्ट्रेस कंगना रनौत ने उद्धव सरकार पर हमला बोला है। कंगना ने कहा, "जब मैंने महाराष्ट्र सरकार के भ्रष्टाचार और बीमार प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाई थी, तो बदले में मुझे गालियों, धमकियों, आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, लेकिन जब अपने प्यारे शहर के लिए मेरी निष्ठा पर सवाल उठाया गया तो मैं चुपचाप रोई। जब उन्होंने गैरकानूनी तरीके से मेरे घर को तोड़ा, तब कई लोगों ने खुशियां मनाई थीं।"

कंगना ने कहा, "आने वाले समय में महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पूरी तरह एक्सपोज हो जाएगी। आज मैं खड़ी हुई हूं और यह साबित करता है कि मेरे रगों में बहता बहादुर राजपूती खून उस धरती के प्रति समर्पित है और सच्चा प्यार करता है जो मुझे और मेरी फैमली को पालती हैं। मैं सच्ची देशभक्त हूं न कि हरामखोर।"

 

बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद कंगना रनौत ने फिल्म इंडस्ट्री के साथ ही महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस पर आरोप लगाते हुए मुंबई शहर की तुलना पाक अधिकृत कश्मीर से कर दी थी। इसके बाद कंगना रनौत रनौत और शिवसेना को नेताओं के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिली थी और कंगना के मुंबई स्थित ऑफिस के एक हिस्से में बीएमसी ने अवैध बताते हुए डहा दिया था। अब हालिया घटनाओं के बाद कंगना एक बार फिर महाराष्ट्र सरकार पर हमलावर हो गई हैं।

बता दें कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास विस्फोटक से भरी स्कार्पियो मिली थी। इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच में अब तक जो भी कुछ सामने आया है उससे पता चलता है कि पूरे मामले की साजिश पुलिस मुख्यालय और असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर (API) सचिन वाझे के ठाणे स्थित घर पर रची गई थी। पुलिस मुख्यालय में स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन का पहले से ही आना-जाना था। NIA को यहां से एक वीडियो रिकॉर्डिंग भी मिली है, जिसमें वाझे और मनसुख एक ही कार में बैठकर जाते दिख रहे हैं।

इस केस में वाझे की भूमिका सामने आने के बाद उसे एनआईए ने गिरफ्तार कर लिया था। बाद में मुंबई के तत्कालीन कमिश्नर परमबीर सिंह का भी तबादला कर दिया गया। तबादले के बाद ही परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर इस बात का खुलासा किया कि गृहमंत्री देशमुख ने वाझे को हर महीने 100 करोड़ रुपए की वसूली करनेक लिए कहा था। हालांकि गृहमंत्री देशमुख ने उनपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और परमबीर पर मानहानी का दावा करने की बात कही है।

Created On :   21 March 2021 4:20 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story