Yavatmal News: यवतमाल जिले के सात निर्वाचन क्षेत्रों में 62 वर्षों में महज दो नेत्रियां ही पहुंचीं विधानसभा

यवतमाल जिले के सात निर्वाचन क्षेत्रों में  62 वर्षों में महज दो नेत्रियां ही पहुंचीं विधानसभा
  • लाडली बहनों को किसी दल ने नहीं दिया टिकट
  • विजयाताई धोटे और नंदिनी पारवेकर रह चुकी हैं विधायक
  • राजनीति में महिलाओं की उपेक्षा का दौर अब भी खत्म नहीं हुआ

Yavatmal News बीरेंद्र चौबे . यवतमाल जिले के सात निर्वाचन क्षेत्रों में पिछले 62 वर्षों में महज दो महिला नेत्रियों को विधानसभा तक पहुंचने का मौका मिल पाया है। इनमें से एक हैं विजयाताई धोटे और दूसरी नंदिनी नीलेश पारवेकर। राजनीति में महिलाओं की उपेक्षा का दौर अब भी खत्म नहीं हुआ है। इस बार भी किसी दल ने महिला नेत्री को चुनाव मैदान में उतारने की हिम्मत नहीं दिखाई है।

राज्य में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में लाडली बहन एक प्रमुख मुद्दा बनकर उभरा है। सत्ताधारी महायुति ने महिलाओं को इस योजना के तहत 1500 रुपए प्रतिमाह की पांच किश्तें देकर उन्हें खुश कर दिया। दूसरी ओर, यवतमाल के सातों सत्ताधारी विद्यमान विधायकों में से 5 को फिर से टिकट देकर दो सीटों (आर्णी, उमरखेड़) पर नए प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतार दिया, जबकि इन सीटों पर महायुति की ओर से महिला नेत्रियों को मौका दिए जाने की उम्मीद थी। यही हाल महाविकास आघाड़ी का रहा। महाविकास आघाड़ी के घटक दल कांग्रेस- शिवसेना (उबाठा) और राकांपा (शरद पवार गुट महाविकास आघाड़ी का रहा। उन्होंने भी किसी भी सीट पर महिला प्रत्याशी को चुनाव मैदान में नहीं उतारा।

महिलाओं का नेतृत्व नहीं मिला महिलाओं के वोटों पर दृष्टि गड़ाए बैठे इन प्रमुख दलों को उनके वोट तो मंजूर हैं, लेकिन नेतृत्व नहीं। यवतमाल जिले के सातों विधानसभा निर्वाचन क्षत्रों में सिर्फ दो बार महिला नेत्रियों को विधायक बनने का मौका मिल पाया है। पहली बार विजयाताई जांबुवंतराव धोटे यवतमाल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बनीं थीं और दूसरी बार नंदिनी नीलेश पारवेकर को कुछ माह के लिए विधायक बनने का अवसर मिल पाया। वर्ष 1995 से पहले विजयाताई यवतमाल विधानसभा की पहली महिला विधायक बनीं थीं। मगर बाद में वे चुनाव हार गईं। इसी प्रकार वर्ष 2013 में तत्कालीन विधायक नीलेश पारवेकर के सड़क दुर्घटना में देहांत के बाद हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी नंदिनी पारवेकर को कांग्रेस ने चुनाव मैदान में उतारा था। सहानुभूति की लहर पर सवार नंदिनी पारवेकर ने भाजपा प्रत्याशी मदन येरावार को 15 हजार से अधिक वोटों से पटखनी दी थी।


Created On :   13 Nov 2024 7:40 AM GMT

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