महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: कौन हैं मनोज जरांगे, जिनके ऐलान से बढ़ी महायुति और महाअघाड़ी दोनों की टेंशन, मराठा वोट बैंक में लगा सकते हैं सेंध

कौन हैं मनोज जरांगे, जिनके ऐलान से बढ़ी महायुति और महाअघाड़ी दोनों की टेंशन, मराठा वोट बैंक में लगा सकते हैं सेंध
  • महायुति और एमवीए की बढ़ सकती है मुश्किलें

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक है। इसके लिए सभी राजनीतिक दल सिर से एड़ी तक का जोर लगा रहे हैं। इस बीच सूबे की सियासत में मराठा आंदोलन से चर्चा में आए एक्टिविस्ट मनोज जरांगे भी चुनाव में ताल ठोकते नजर आ रहे हैं। उन्होंने राज्य की 16 सीटों पर इच्छुक प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया था। बता दें, महाराष्ट्र में मराठा आंदोलन को लेकर सोशल एक्टिविस्ट मनोज जरांगे सुर्खियों में आए थे। उन्होंने एक साल के अंदर मराठा समुदाय के बीच अनशन से जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की है। ऐसे में चर्चांए हैं कि जरांगे के प्रत्याशी मराठा वोट बैंक को घटा सकते हैं। आइए जानते हैं कि महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव में जरांगे अगर प्रत्याशी उतारते हैं तो किन पार्टियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।

दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर मनोज जरांगे ने ऐलान किया था कि वह राज्य की मराठा बहुल सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे। फिलहाल ये स्पष्ट नहीं हुआ है कि वो अपनी पार्टी बनाकर उम्मीदवार मैदान में उतारेंगे या उनकी समिति ही किसी अन्य दल के उम्मीदवार का समर्थन करेगी। क्योंकि जरांगे ये पहले भी कह चुके हैं कि मराठा आरक्षण को समर्थन देने वाले उम्मीदवार के पक्ष में उनकी समिति खुलकर मैदान में होगी। सूत्रों के मानें तो जरांगे की समीति राज्य की भायखला, अणुशक्ती नगर, जोगेश्वरी, शिवडी, दिंडोशी, भांडुप, चेंबूर, चांदिवली, कलिना, घाटकोपर पूर्व, मुंबादेवी, वडाला, मानखुर्द, कांदिवली, मागाठाणे और अंधेर पूर्व सीटों पर कैंडिडेट्स उतारने पर विचार-विमर्श कर रही है। ये सारी सीटें मुंबई सिटी और मुंबई उपनगर के अंतर्गत आती है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान इनमें से अधिकांश सीटों पर भाजपा और शिवसेना (अविभाजित) ने जीत दर्ज की थी। इन हालातों में जांगरे का दांव भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और शिवसेना (यूबीटी) के उम्मदीवारों पर भारी पड़ सकता है।

भायखला और अणुशक्ति सीट पर किस पार्टी का दबदबा

2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान भायखला से शिवसेना (अविभाजित) के टिकट पर यामिनी जाधव ने जीत दर्ज की थी। वर्तमान में यामिनी जाधव मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना गुट में शामिल हैं। इस बार भायखला शिंदे गुट ने उन्हें फिर से प्रत्याशी बनाया है। इसी तरह अणुशक्ति नगर सीट की बात करें तो यहां से तब एनसीपी (अविभाजित) के टिकट पर नवाब मलिक ने जीत दर्ज की थी। जो वर्तमान में उप मुख्यमंत्री अजित पवार की एनसीपी गुट के नेता है। इस बार पार्टी से नवाब की बेटी सना मलिक को इस सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

जोगेश्वरी और शिवडी में प्रत्याशियों का ऐलान

महाराष्ट्र की जोगेश्वरी सीट हाईप्रोफाइल सीटों में से एक है। इस सीट पर 2009 से शिवसेना के नेता रविंद्र वायकर जीतते आ रहे हैं। हालांकि, इस बार पार्टी ने रविंद्र के बजाए उनकी पत्नी मनीष वायकर को जोगेश्वरी सीट से मैदान में उतारा है। जबकि, इसी सीट से उद्धव गुट की शिवसेना ने अनंत बाला को प्रत्याशी बनाया है। इसके बाद शिवडी सीट पर अब जरांगे प्रत्याशी की घोषणा करने जा रहे हैं। फिलहाल, इस सीट पर भाजपा और शिवसेना (यूबीटी) के प्रत्याशी में सीधे टक्कर होने जा रही है। बता दें, शिवसेना (यूबीटी) ने अजय चौधरी को मैदान में उतारा है।

बता दें, दिंडोशी और भांडुप शिवसेना (अविभाजित) का गढ़ रही है। फिलहाल, महायुति से इन दोनों ही सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा नहीं हो पाई है। भांडुप सीट से शिवसेना (यूबीटी) ने रमेश कोरगांवक को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, दिंडोशी सीट से सुनील प्रभु चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा चेंबूर सीट पर भी महायुति से उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है। जबकि, उद्धव गुट ने प्रकाश प्रतापेखर के नाम पर मुहर लगा दी है।

राज्य की वडाला सीट से भाजपा के टिकट पर कालीदास कोलांबकर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। उनके सामने उद्धव गुट से श्रद्धा जाधव को मैदान में उतारा गया है। 2019 में भाजपा के कालीदास ने ही यहां से जीत हासिल की थी। जबकि, चांदीवली सीट से शिवसेना के दिलीप लांडे ने जीत दर्ज की थी। ऐसे में शिंदे गुट ने उन्हें फिर से प्रत्याशी बनाया है। जबकि, कांग्रेस ने नसीम खान पर दांव लगाया है। कलिना सीट पर शिवसने यूबीटी से संजय पोटनिस को मैदान में उतारा गया है। इस सीट से शिवसेना के टिकट पर संजय पोटनिस दो बार जीत हासिल कर चुके हैं। इस सीट पर महायुति की ओर से प्रत्याशी उतारना अभी बाकी है।

एमवीए और महायुति पर जरांगे पड़ेंगे भारी

महाविकास अघाड़ी ने मुंबा देवी सीट से अमीन पटेल को मैदान में उतारा है। इस सीट पर कांग्रेस लगातार तीन बार से जीत हासिल कर रही है।वहीं, अंधेरी पूर्व सीट पर शिवसेना (अविभाजित) ने जीत हासिल की थी। इस बार यहां से शिवसेना (यूबीटी) ने रुजुता लटके को प्रत्याशी बनाया है। मागाठाणे से शिंदे गुट से प्रकाश सुर्वे और उद्धव गुट से उदेश परोटेकर के बीच सीधी टक्कर है। जबकि, कांदिवली सीट से अतुल भटखालकर चुनावी मैदान में हैं। वह इस सीट से दो बार के विधायक भी रह चुके हैं। फिलहाल, कांदिवली सीट पर एमवीए ने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है।

Created On :   26 Oct 2024 6:29 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story