Chandrapur News: नशे में चूर होकर गए कुएं के पास कदम डगमगाए और गिर पड़े, 1 की मौत, 1 तैर कर बाहर निकला

- उम्मीदवार की मटन पार्टी में हादसा
- गांव-गांव में चल रही उम्मीदवारों की पार्टी
- घटना से लोगों में रोष
Chandrapur News तहसील के फत्तापुर समीप स्थित पीएचएम मेटल्स परिसर में एक राजनीतिक दल के उम्मीदवार के समर्थन में कार्यकर्ताओं के लिए एक ठेकेदार ने मांसाहारी पार्टी दी। इसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता और पार्टी पदाधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान दो कार्यकर्ता बड़े पैमाने पर शराब पीकर कुएं के पास गये और संतुलन बिगड़ने से दोनों कुएं में गिर गये। इस घटना में एक की मृत्यु हो गयी और दूसरे को तैरना आने से वह बच गया। मृतक का नाम पांझुर्णी निवासी गजानन काले है और अरुण महल्ले को तैरना आता था इसलिए उसकी जान बच गई। यह घटना 10 नवंबर की रात घटी और मृतक का शव 11 नवंबर की सुबह 9 बजे निकाला गया। बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी से जुड़े ठेकेदार प्रमोद मगरे ने कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन में लगभग 500 कार्यकर्ताओं को मटन की पार्टी दी। मांसाहारी पार्टी में जमकर शराब पी गई।
इस दौरान कुएं के पास गए दो कार्यकर्ता कुएं में गिर पड़े जिसमें पांझुर्णी निवासी ग्राम पंचायत सदस्य गजानन काले को तैरना न आने से डूबने से उसकी मृत्यु हो गयी किंतु अरुण महल्ले को तैरना आने से वह बच गया। 10 नवंबर की रात गजानन की तलाश शुरू की किंतु पता नहीं चला इसलिए सोमवार की सुबह उसकी तलाश कर सुबह 9 बजे शव बाहर निकाला गया किंतु इस प्रकार किसी राजनीतिक पार्टी के समर्थन में पार्टी आयोजित कर अपने पक्ष में मतदान के लिए प्रेरित करना अनुचित है।
राज्य उत्पादन शुल्क विभाग की भूमिका संदेह के दायरे में : प्रचार में कार्यकर्ताओं को बड़े पैमाने पर शराब उपलब्ध हो रही है। बिना किसी रोक-टोक के गली, मोहल्ले यहां तक की पानठेलों में भी शराब मिल रही है। फिर भी राज्य उत्पादन शुल्क विभाग चुप्पी साधे हैं। इस पार्टी में इतनी भारी मात्रा में शराब आई कहां से ऐसी चर्चा है।
कहां है छापामार दल? : चुनाव में आचार संहिता का कड़ाई से पालन करने का नियम है। यह नियम सभी राजनीतिक दल और निर्दलीय उम्मीदवारों को पालन करना आवश्यक है किंतु इस प्रकार एकांत में सैकड़ों लोगों को मांसाहारी भोजन देना और भरपूर मात्रा में शराब उपलब्ध कराना क्या आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है? जिले में निर्वाचन आयोग ने छापा मार दल गठित किया है तो ऐसे समय पर दल कहा था?
Created On :   12 Nov 2024 1:05 PM IST