एबीवीपी की सात दशकों की यात्रा पर पुस्तक ध्येय यात्रा का विमोचन करेंगे सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले

Sarkaryavah Dattatreya Hosbale to release book Dhyeya Yatra on ABVPs journey of seven decades
एबीवीपी की सात दशकों की यात्रा पर पुस्तक ध्येय यात्रा का विमोचन करेंगे सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले
ध्येय-यात्रा की ऐतिहासिक जीवनगाथा एबीवीपी की सात दशकों की यात्रा पर पुस्तक ध्येय यात्रा का विमोचन करेंगे सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले
हाईलाइट
  • एबीवीपी की सात दशकों की यात्रा पर पुस्तक ध्येय यात्रा का विमोचन करेंगे सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(एबीवीपी) के 75 वर्षों की यात्रा पर दो खंडों में प्रकाशित हो रही पुस्तक ध्येय-यात्रा की ऐतिहासिक जीवनगाथा का विमोचन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले दिल्ली के डॉ आंबेडकर इंटरनेशनल सभागार में 15 अप्रैल को करेंगे।

दरअसल, 9 जुलाई, 1949 को अस्तित्व में आया यह छात्र संगठन, विगत सात दशकों में, देश के हर जनहितकारी आंदोलन एवं जनकल्याणकारी कार्यों में अपनी भूमिका निभाता रहा है। यह पुस्तक, एबीवीपी के रचनात्मक, आंदोलनात्मक एवं प्रतिनिधित्वात्मककार्यशैली से राष्ट्र-पुनर्निर्माण के कार्य में संगठन द्वारा निभाई गयी अपरिहार्य भूमिका का आलेख है।

वर्तमान में 3900 से अधिक इकाइयों, 2331 संपर्क स्थानों , 21 हजार शैक्षणिक परिसरों में कार्यरत 32 लाख कार्यकर्ताओं तथा पूर्व में कार्यकर्ताओं की कई पीढ़ियों द्वारा पूरे मनोयोग से सींचे जाने का ही परिणाम है कि आज एबीवीपी विश्व के सबसे सशक्त छात्र संगठन के रूप में उभरा है।

यह पुस्तक एबीवीपी के स्थापन, वैचारिक अधिष्ठान, संगठन के स्वरूप एवं विकास क्रम, छात्र आंदोलन की रचनात्मक दिशा, राष्ट्रहित में साहसिक प्रयास, राष्ट्रीय - शैक्षिक एवं सामाजिक मुद्दों पर एबीवीपी का विचार, छात्र नेतृत्व, आयाम कार्य, प्रभाव, उपलब्धियों एवं वैश्विक पटल पर संगठन जैसे विषयों को अपने दोनों खंडों में समाहित करता है। एबीवीपी इस वर्ष अपने 75वे वर्ष में प्रवेश कर रहा है और यह पुस्तक 75 वर्षों के सुनहरे इतिहास का उल्लेख करती है।

इस पुस्तक में इतिहास के बहुत से विशेष कालखंडों का उल्लेख किया गया है जिसमें युवाओं की विशेष भूमिका रही है। कश्मीर काल खंड, आपातकाल का दौर, बांग्लादेश घुसपैठ आंदोलन, चिकन नेक आंदोलन, नकसलवाद की समस्या जैसे कई महत्वपूर्ण इतिहास की घटनाओं का विस्तार से उल्लेख किया गया है जिनका वर्तमान राष्ट्रीय विमर्श में भी प्रभाव देखा जा सकता है।

इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर, एबीवीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ छगन भाई पटेल एवं राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी भी उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा अभाविप के अब तक के समस्त पूर्व राष्ट्रीय पदाधिकारी भी कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।

पुस्तक के विषय में एबीवीपी की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा, ध्येय यात्रा मात्र एक पुस्तक नहीं अपितु एक जीवंत छात्रा आंदोलन का ग्रंथ है। वर्तमान में एबीवीपी के विविध आयाम छात्रों के बीच काम कर रहे हैं और इस पुस्तक में उनके विकास की कहानी है। हमें आशा है, की इस पुस्तक के माध्यम से, संगठन की कार्यशैली एवं एबीवीपी के राष्ट्र पुनर्निर्माण के घोषित लक्ष्य को समझने का मौका समाज के सभी वर्गों को मिलेगा।

पुस्तक के सम्पादक मनोज कांत ने कहा, यह पुस्तक एबीवीपी के 70 वर्ष के इतिहास का ग्रंथ है जिसे शोधार्थी छात्र आंदोलन पर शोध के लिए उपयोग कर सकेंगे। समय समय पर शिक्षा क्षेत्र में कैसे परिवर्तन आए और विद्यार्थी परिषद ने क्या भूमिका निभाई वो इस पुस्तक में उल्लेखित है। यह पुस्तक मनुष्य निर्माण की उत्कृष्ट प्रक्रिया को उल्लेखित करती है। युवा पीढ़ी को अगर आशान्वित होना है तो वह इस पुस्तक को पढ़ें और जाने की कैसे 70 वर्षों के प्रयास से आने वाली पीढ़ियां राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रही हैं।

आईएएनएस

Created On :   10 April 2022 10:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story