ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी स्टार 2021 ग्लोबल कॉन्फ्रेंस और चॉम्स्की पुरस्कारों की मेजबानी की
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हायर एजुकेशन रिसर्च एंड कैपेसिटी बिल्डिंग (आईआईएचईडी), ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने सोसाइटी ऑफ ट्रांसनेशनल एकेडमिक रिसर्चर्स (स्टार) नेटवर्क के वार्षिक 3 दिवसीय वैश्विक सम्मेलन की एसोसिएशन ऑफ द इंडियन यूनिवर्सिटिज के साथ मेजबानी की है।
इस वर्ष के सम्मेलन का विषय, हाइअर एजुकेशन फॉर द ग्रेटर गुड : नेतृत्व और संस्थागत लचीलापन है, जो एक महामारी के बाद की दुनिया में नेतृत्व, लचीलापन और इक्विटी पर केंद्रित है। उद्घाटन सत्र के दौरान, ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलपति और आईआईएचईडी के निदेशक, प्रो. सी. राज कुमार ने कहा, हम इस साल के सम्मेलन के लिए एक बेहतर विषय नहीं चुन सकते थे, क्योंकि वैश्विक महामारी ने हमारे जीने के मौलिक स्वरूप को बदल दिया है। इसने उच्च शिक्षा की पूरी दुनिया को चुनौती दी है। महामारी के गुमनाम नायकों में से एक दुनिया के शिक्षक हैं, जिन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए असाधारण योगदान दिया है कि सीखने की परियोजना निर्बाध रूप से चलती रहे।
ग्लोबल कॉन्फ्रेंस एक अकादमिक सम्मेलन है और सोसाइटी ऑफ ट्रांसनेशनल एकेडमिक रिसर्चर्स (स्टार) स्कॉलर्स नेटवर्क का प्रीमियर वार्षिक कार्यक्रम है। सम्मेलन हर साल एक नए देश की यात्रा करता है। सम्मेलन का उद्देश्य शिक्षाविदों, विद्वानों, शोधकर्ताओं और छात्रों को दुनिया भर के विद्वानों के साथ मानव-से-मानव संबंधों का निर्माण करके अपने शैक्षणिक और सामाजिक नेटवर्क का विस्तार करने में मदद करना है। साथ ही यह संस्कृतियों का जश्न मनाता है, महत्वपूर्ण बातचीत की सुविधा देता है, अनुसंधान साझेदारी के लिए वैश्विक संबंध बनाता है।
स्टार स्कॉलर्स नेटवर्क के इंडिया कंट्री डायरेक्टर और आईआईएचईडी के उप निदेशक, प्रो. मौसमी मुखर्जी ने आगे कहा, हमने संकट के इस दौर में बहुत लचीलापन और नवाचार भी देखा है। संपूर्ण चिकित्सा बिरादरी के रूप में, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक, छात्रों, अभिभावकों और विविध पेशेवरों ने नए सामान्य के अनुकूल होना सीखा, हमने उच्च शिक्षा के मूल्य को अधिक से अधिक अच्छे के लिए महसूस किया।
सम्मेलन कार्यक्रम में 50 प्लस शोध प्रस्तुतियां, 5 गोलमेज चर्चाएं और 10 प्लस विषयगत मंच चचरए शामिल थीं। 37 प्लस देशों के विश्वविद्यालयों, गैर सरकारी संगठनों, थिंक टैंक और सरकारी क्षेत्रों के 300 से अधिक सदस्य हैं। इस सम्मेलन के प्रमुख आकर्षणों में से एक ए नोम चॉम्स्की ग्लोबल कनेक्शन्स पुरस्कार समारोह था, जिसके तहत वरिष्ठ विद्वानों और होनहार युवा विद्वानों को हर साल स्टार स्कॉलर के नेटवर्क द्वारा सम्मानित किया जाता है, जिसके बाद ए नोम चॉम्स्की द्वारा दिया गया एक मुख्य भाषण होता है। जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल के फैकल्टी, प्रो शॉन स्टार ने राइजिंग स्टार इमजिर्ंग स्कॉलर सर्टिफिकेट में से एक मिला।
अन्य विशिष्ट वक्ताओं में डॉ बाबूराम भट्टाराई (नेपाल के पूर्व प्रधान मंत्री), डॉ जोसेफ बर्क (वरिष्ठ सलाहकार, विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के गवनिर्ंग बोर्ड एसोसिएशन, यूएसए), डॉ पंकज मित्तल (सेक्रेटरी जनरल, एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज), डॉ. अनिल सहस्रबुद्धे (अध्यक्ष, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद), डॉ. केके अग्रवाल (अध्यक्ष, राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड), डॉ राजेश टंडन (सीबीआर में यूनेस्को-अध्यक्ष और उच्च शिक्षा में सामाजिक उत्तरदायित्व), डॉ जोआना न्यूमैन (मुख्य कार्यकारी और महासचिव, राष्ट्रमंडल विश्वविद्यालयों के संघ), डॉ फिलिप अल्टबैक ( रिसर्च प्रोफेसर, सेंटर फॉर इंटरनेशनल हायर एजुकेशन, बोस्टन कॉलेज, यूएसए), डॉ. लिन पास्केरेला (अध्यक्ष, एसोसिएशन ऑफ अमेरिकन कॉलेज एंड यूनिवर्सिटीज), डॉ. ड्वान एम. व्हाइटहेड (वाइस-प्रेसिडेंट, ऑफिस ऑफ ग्लोबल सिटीजनशिप फॉर कैंपस, एएसीयू) , श्री कर्ट लार्सन (वरिष्ठ शिक्षा विशेषज्ञ, विश्व बैंक) और डॉ ग्लेंडा प्राइम (डीन, स्कूल ऑफ एजुकेशन एंड अर्बन स्टडीज, मॉर्गन स्टेट यूनिवर्सिटी) शामिल है।
सम्मेलन कार्यक्रम में एक वर्चुअल कला प्रदर्शनी और शाम को एक घंटे के लिए विविध भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं का जश्न मनाते हुए दैनिक वर्चुअल सांस्कृतिक प्रदर्शन भी शामिल थे।
(आईएएनएस)
Created On :   13 Dec 2021 3:00 PM IST