शिक्षा सचिव अमित खरे रिटायर्ड, इनके कार्यकाल में एनईपी को मिली मंजूरी

Education Secretary Amit Khare retired, NEP got approval during his tenure
शिक्षा सचिव अमित खरे रिटायर्ड, इनके कार्यकाल में एनईपी को मिली मंजूरी
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय शिक्षा सचिव अमित खरे रिटायर्ड, इनके कार्यकाल में एनईपी को मिली मंजूरी
हाईलाइट
  • शिक्षा सचिव अमित खरे रिटायर्ड
  • इनके कार्यकाल में एनईपी को मिली मंजूरी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा सचिव व वरिष्ठ आईएएस अमित खरे गुरुवार को सेवानिवृत्ति हो गए। आईएएस अधिकारी संजय मूर्ति को नया उच्च शिक्षा सचिव नियुक्त किया गया है। खरे के कार्यकाल में केंद्रीय कैबिनेट द्वारा देश की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को मंजूरी दी गई। केंद्रीय शिक्षा मंत्री का कहना है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न पहलुओं पर अमित खरे ने उनका मार्गदर्शन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, अमित खरे ने अपनी विशेषज्ञता और विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक अनुभव के साथ उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक बेंचमार्क स्थापित किया है। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न पहलुओं पर मेरा मार्गदर्शन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैं उन्हें अपने सचिव के रूप में पाकर भाग्यशाली रहा हूं, जिसके कारण मैं एनईपी के उद्देश्यों को पूरा करने की दिशा में स्कूल, कौशल और उच्च शिक्षा की व्यापक तस्वीर को समझ सका।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, अमित खरे ने प्रमुख सामाजिक पहलों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उज्‍जवला योजना में भी योगदान दिया है जो भारत में ग्रामीण आबादी के उत्थान के लिए उनके उत्साह और उत्साह को दर्शाती है। मुझे उनकी उपस्थिति की बहुत कमी खलेगी। अमित खरे को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा उनकी सेवानिवृत्ति की पूर्व संध्या पर सम्मानित भी किया गया। अमित खरे बिहार, झारखंड कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा 1985 बैच के अधिकारी हैं।

उन्होंने दिसंबर 2019 में शिक्षा मंत्रालय उच्च शिक्षा विभाग के सचिव के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। उसके बाद थोड़े समय के भीतर, कैबिनेट द्वारा 29 जुलाई 2020 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को मंजूरी दी गई।शिक्षा मंत्रालय के राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह ने कहा, अमित खरे शिक्षा मंत्रालय की विभिन्न पहलों का नेतृत्व कर रहे हैं। वह हमेशा आगे की ओर देखते रहे हैं और उनके अथक परिश्रम ने एनईपी के कार्यान्वयन के लिए बुनियादी नींव प्रदान की है।

इस अवसर राजीव चंद्रशेखर, सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने साझा कहा कि अमित खरे ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय का भी नेतृत्व किया था और इसमें शामिल मुद्दों से अच्छी तरह वाकिफ थे। राजीव चंद्रशेखर ने कहा, उनकी अनुपस्थिति शायद ही कभी महसूस की गई थी और वह दोनों मंत्रालयों के बीच कुशलतापूर्वक काम को बड़ी आसानी से संतुलित करने में सक्षम थे। अपने पिछले कार्यों पर विचार करते हुए, अमित खरे ने कहा, मैं सेवानिवृत्त नहीं हो रहा हूं बल्कि मैं राष्ट्र की भलाई के लिए काम करना जारी रखूंगा। देश का भविष्य हमारे छात्रों के हाथ में है। इसलिए हम सभी को उनका ध्यानपूर्वक पालन-पोषण करना चाहिए और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन के माध्यम से उनकी क्षमता का उत्तरोत्तर विकास करना चाहिए।

(आईएएनएस)

 

Created On :   30 Sept 2021 9:30 PM IST

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