सुप्रीम कोर्ट ने केरल में कक्षा 11 की ऑफलाइन परीक्षाओं पर एक सप्ताह के लिए रोक लगाई
डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। सुप्रीम कोर्ट ने केरल में कक्षा 11 की ऑफलाइन परीक्षाओं पर एक सप्ताह के लिए रोक लगा दी है। जस्टिस खानविलकर की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा कि केरल में कोविड-19 मामलों के संदर्भ में स्थिति चिंताजनक है। बच्चों को जोखिम में नहीं डाला जा सकता है। इस मामले की अगली सुनवाई अब 13 सितंबर को होगी।
जस्टिस हृषिकेश रॉय ने कहा, "मैं केरल का चीफ जस्टिस रहा हूं, और मैं कह सकता हूं कि केरल में देश का सबसे अच्छा मेडिकल इंफ्रास्टक्चर है। इसके बावजूद, केरल कोविड के मामलों को कंट्रोल करने में असमर्थ है।" जस्टिस सीटी रविकुमार ने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों के छात्रों को परीक्षा केंद्रों में एक साथ मिलाने की अनुमति देना कोविड को काफी बढ़ावा दे सकता है।
बेंच ने केरल सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील से पूछा कि क्या राज्य यह सुनिश्चित कर सकता है कि इस पैक्टिस में कोई भी बच्चा संक्रमित न हो? हमें आश्वासन दो। और फिर अगर एक भी मामला दर्ज किया जाता है तो हम आपको जवाबदेह ठहराएंगे। केरल सरकार के वकील ने कहा कि वह ऐसा कोई आश्वासन नहीं दे सकते। इसलिए, सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षाओं को एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया।
केरल के उच्च माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने 6 सितंबर से केरल प्लस वन की परीक्षाएं निर्धारित की थीं। 6 सितंबर को समाजशास्त्र, नृविज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक सेवा प्रौद्योगिकी (पुरानी) और इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियों के साथ शुरू होकर 16 सितंबर को गृह विज्ञान, गांधीवादी अध्ययन, दर्शनशास्त्र, पत्रकारिता, कंप्यूटर विज्ञान और सांख्यिकी सहित विषयों के साथ समाप्त होनी थीं।
देश में रोजाना आ रहे कोरोना के मामलों में से 70% मामलों के लिए केरल जिम्मेदार है। केरल में गुरुवार को कोविड-19 के 32,097 मामले सामने आए। वहीं 188 लोगों की मौत हो गई। पिछले 24 घंटे के दौरान 21,634 मरीज ठीक भी हुए हैं। सर्वाधिक मरीज केरल के त्रिशूर में सामने आए हैं। त्रिशूर में 24 घंटे के दौरान 4,334 मामले सामने आए हैं।
Created On :   3 Sept 2021 6:34 PM IST