रहस्य: गंगा की तरह पवित्र और पूजनीय होने के बावजूद यमुना जल को घर में रखना क्यों माना जाता है अशुभ? जानिए इसके पीछे का रहस्य

गंगा की तरह पवित्र और पूजनीय होने के बावजूद यमुना जल को घर में रखना क्यों माना जाता है अशुभ? जानिए इसके पीछे का रहस्य
  • गंगा का जल घर- घर में होता है
  • यमुना की महिमा भी कम नहीं है
  • यमुना जी श्रीकृष्ण की पटरानी हैं

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हर-हर गंगे, घर-घर गंगे...गंगा जो भारत की सबसे पवित्र और पूज्यनीय नदी मानी जाती है। हिन्दू धर्म में स्नान के दौरान लोग हर- हर गंगे का जाप करते हैं और घर- घर में इसका जल रखा जाता है। कोई पूजा, यज्ञ या बड़ा अनुष्ठान हो पवित्रता के लिए सिर्फ गंगाजल ही काफी है। वहीं यमुना की महिमा भी कम नहीं है, इसके घाटों पर भी पूजा की जाती है। गंगा की तरह यमुना की भी आरती की जाती है।

कई लोग अपने घरों में गंगा के साथ यमुना का जल भी रखते हैं और कई घरों में तो गंगा की जगह यमुना जल रखा जाता है। लेकिन, क्या गंगा की जगह यमुना का जल रखना उचित है? क्या इसे गंगा के स्थान पर रखा जा सकता है? क्या यह भी आपको उतना ही पुण्य और पवित्रता देता है? ऐसे कई सवालों के जवाब आज इस खबर में मिलने वाले हैं।

यमुना स्नान से धुतले हैं पाप

हिन्दू मान्यता के अनुसार, गंगा के अलावा यमुना, कृष्णा, कावेरी और गोदावरी के अलावा कई ऐसी नदियां हैं जिनमें स्नान करने से आपके पाप धुल जाते हैं। वहीं बात करें यमुना की तो, यह नदी मथुरा-वृंदावन के अलावा और कई शहरों से होकर गुजरती है। इसके घाटों पर गंगा की तरह पूजा होती है और आरती भी।

क्या यमुना जल को घर में रखना वर्जित है?

शास्त्रों के अनुसार, यमुना को पवित्र माना गया है, लेकिन इसके जल को घर में रखना अशुभ माना गया है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, श्रीकृष्ण ने ज्यादातर लीलाएं यमुना जी के तट पर ही की हैं। यमुना मैय्या को श्री कृष्ण की चौथी पटरानी माना जाता है। भगवान कृष्ण से यमुना मैय्या को हमेशा उनके चरणों में रहने का वरदान मिला था। ऐसा कहा जाता है कि, यमुना नदी भगवान कृष्ण के धाम या उनके चरणों के अलावा और कहीं नहीं रुकतीं। इसलिए उनके जल को घर में ना रखने की सलाह दी जाती है।

क्या यमुना जल को घर में रखना अशुभ है?

यमुना के जल को घर में ना रखने के पीछे एक और बड़ा कारण है। पुराणों के अनुसार, यमुना में यम का वास माना गया है। यमराज यमुना मैय्या के भाई हैं। इसलिए ऐसा भी कहा जाता है कि, यमुना के जल को घर में रखना यम को अपने घर में जगह देने जैसा है। इसलिए इसे घर में रखना अशुभ माना गया है। हालांकि, इस नदी में स्नान करने का अपना महत्व है और यमुना स्नान करने वाले को यमराज कभी परेशान नहीं करते।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   11 July 2024 3:21 PM GMT

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