Vaishakh Masik Shivratri: मासिक शिवरात्रि आज, जानें इसका महत्व और पूजा- विधि

मासिक शिवरात्रि आज, जानें इसका महत्व और पूजा- विधि
  • सोमवार के दिन आने से बढ़ गया महत्व
  • इस व्रत से सभी तरह के कष्ट दूर होते हैं
  • दीर्घायु, ऐश्वर्य, आरोग्य की प्राप्ति होती है

डिजिटल डेस्क, भोपाल। महादेव की पूजा के लिए सर्वोत्तम दिन सोमवार माना गया है। लेकिन, हर माह के त्रयोदशी को प्रदोष व्रत और चतुर्दशी पर मासिक शिवरात्रि का व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए खास माना गया हैं फिलहाल, 6 मई को कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है और आज वैशाख मास की मासिक शिवरात्रि है। सोमवार के दिन आने से इसका महत्व और भी बढ़ गया है।

हिन्दू धर्म में इसका काफी महत्व है। शिव चतुर्दशी का व्रत जो भी व्यक्ति पूरे श्रद्धाभाव से करता है उसके माता-पिता के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही स्वयं के सारे कष्ट दूर हो जाते है तथा वह जीवन के सम्पूर्ण सुखों का भोग करता है। इस व्रत की महिमा से व्यक्ति काम, क्रोध, लोभ, मोह आदि के बंधन से मुक्त हो जाता है। वह दीर्घायु, ऐश्वर्य, आरोग्य, संतान एवं विद्या आदि प्राप्त कर अंत में शिवलोक जाता है। आइए जानते हैं पूजा का मुहूर्त और विधि...

तिथि कब से कब तक

तिथि आरंभ: 6 मई 2024, सोमवार दोपहर के 2 बजकर 40 मिनट से

तिथि समापन: 7 मई 2024, मंगलवार सुबह के 11 बजकर 40 मिनट तक

पूजा मुहूर्त

ज्योतिषाचार्य के अनुसार, मासिक शिवरात्रि की पूजा रात को निशिता काल में की जाती है। ऐसे में मासिक शिवरात्रि व्रत पूजा करने का शुभ मुहूर्त 6 मई की देर रात 11 बजकर 59 मिनट से 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा।

पूजा विधि

- भगवान शिव की पूजा में सबसे पहले शिवलिंग का अभिषेक करें।

- शिवलिंग का अभिषेक जल, दूध, दही, शुद्ध घी, शहद, शक्कर या चीनी, गंगाजल तथा गन्ने के रसे आदि से किया जाता है।

- अभिषेक के दौरान ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।

- अभिषेक करने के बाद शिवलिंग पर बेलपत्र, समीपत्र, कुशा तथा दुर्बा आदि चढ़ाएं।

- पूजा के दौरान गाय के घी का दीपक आज जलाएं।

- पूजा के अंत में शिव जी को भोग के रुप में गांजा, भांग, धतूरा तथा श्री फल (नारियल) समर्पित करें।

- यहां बता दें कि इस व्रत में पूरा दिन निराहार रहकर इनके व्रत का पालन किया जाता है।

- शिव चतुर्दशी के दिन रात्रि के समय शिव मंत्रों का जाप करना चाहिए।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   6 May 2024 5:41 AM GMT

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