Somwati Amavasya 2024: जानिए सोमवती अमावस्या का महत्व, मंत्री और आसान उपाय

जानिए सोमवती अमावस्या का महत्व, मंत्री और आसान उपाय
  • सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है
  • पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखा जाता है
  • पीपल के पेड़ की परिक्रमा की जाती है

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिन्दू धर्म में अमावस्या तिथि का अत्यधिक महत्व बताया गया है। वहीं सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या (Somwati Amavasya) कहा जाता है। यह दिन सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। क्योंकि, इस दिन सुहागिन अपने पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखती हैं। साथ ही पीपल के पेड़ की परिक्रमा करती हैं। इस अमावस्या को बहुत शुभ फलदायी माना गया है।

इसके अलावा इस दिन पितरों का तर्पण, पिंड दान और पितर पूजा की जाती है। शास्त्रों में इस दिन गौ दान और स्नान का विशेष महत्व बताया गया है। आपको बता दें कि, आज भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अमावस तिथि है। आइए जानते हैं इस दिन किए का महत्व और कुछ आसान उपाय...

क्या है इस दिन का महत्व

महाभारत में भीष्म ने युधिष्ठिर को इस दिन का महत्व समझाते हुए कहा था कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने वाला मनुष्य समृद्ध, स्वस्थ और सभी दु:खों से मुक्त होगा। ऐसा भी माना जाता है कि इस दिन स्नान करने से पितर भी संतुष्ट हो जाते हैं।

सोमवती अमावस्या के लाभ

इस दिन भगवान शिव और देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करना फलदायी माना गया है। सोमवती अमावस्या के दिन सुहागिन महिलाएं पीपल के पेड़ की पूजा करती हैं और अपने पति की लंबी आयु की कामना कर के व्रत रखती हैं। कहा जाता है सोमवती अमावस्या पर व्रत रखने से जीवन में सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है।

करें ये कुछ आसान उपाय

इस दिन भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा पूरे विधि विधान से की जाती है। माना जाता है कि, इस तिथि पर पीपल के पेड़ की 108 बार परिक्रमा करनी चाहिए। साथ ही परिक्रमा के दौरान रक्षासूत्र भी पीपल पर बांधा जाता है। कहा जाता है कि, इससे अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही वैवाहिक जीवन सुखी रहता है।

शिव-पार्वती स्तुति मंत्र

कर्पूरगौरं करुणावतारं, संसारसारं भुजगेंद्रहारम्।

सदा वसन्तं हृदयारविंदे, भवं भवानीसहितं नमामि।।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   2 Sept 2024 6:05 PM IST

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