हरितालिका तीज व्रत आज, यहां पढ़ें पूजन का शुभ मुहूर्त
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इसी व्रत को रखकर मां गौरी ने शिव को पति रूप में प्राप्त किया था। इसे रखने से मन की हर मनोकामना पूर्ण होती है और मनभावन पति मिलता है। हरितालिका (तीज व्रत) व्रत इस वर्ष 24 अगस्त, दिन गुरुवार को मनाया जा रहा है। यह व्रत एक दिन पहले ही शुरू हो जाता है और दूसरे दिन भोर के पहले अंतिम हवन और विसर्जन के बाद पूर्ण होता है। इसे करवाचैथ से भी ज्यादा कठिन माना गया है।
हस्त नक्षत्र तथा साध्य नामक उत्तम योग
मेहंदी रचाने से लेकर सोलह श्रंगार की सामग्री खरीदने तक हर ओर तीज का उल्लास है। गुरूवार को सूर्योदय 5.38 बजे और भाद्रपद शुक्ल तृतीया रात्रि 9.15 बजे तक है। इस दिन हस्त नक्षत्र तथा साध्य नामक उत्तम योग है।
योग्य वर के लिए
इस वर्ष तृतीया तिथि में चतुर्थी तिथि के साथ संयुक्त है। निर्जला व्रत को सौभाग्यवती महिलाएं व कुंवारी कन्याएं योग्य वर की कामना से रखती हैं। इस दिन उमा-महेश्वर की साथ ही पूजा की जाती है। शास्त्रों में उल्लेख है कि युगों की तपस्या के बाद मां गौरी को शिव इसी व्रत के प्रताप से प्राप्त हुए थे।
प्रचलित है ये मान्यताएं
इस व्रत को लेकर एक कथा भी प्रचलित है। कहा जाता है कि इस दिन जो भी महिला पानी पीती है वह मछली बनती है, दूध पीने पर बिल्ली, सोने पर अजगर और कुछ खाने पर अगले जन्म में शुकर का रूप मिलता है। व्रत की पूर्णतः के लिए नियमों का पालन आवश्यक माना गया है, जो कि अत्यंत ही कठिन होते हैं। पूरे उत्तर भारत में इसे विधि-विधान से मनाया जाता है।
Created On :   23 Aug 2017 9:11 AM IST