हिन्दू कैलेंडर के प्रथम माह में रखें ये सावधानियां
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से भारतीय नववर्ष का आरंभ होता है। इसी दिन से भारतीय नव वर्ष की शुरुआत मानी जाती है। इसी महीने से ग्रीष्म ऋतु की भी शुरुआत भी होती है। चैत्र मास इस वर्ष अंग्रेजी कैलेंडर की तारीख 18 मार्च से शुरू हो चुका है। चैत्र मास में कई धार्मिक पर्व और त्योहार पड़ते हैं। चैत्र मास को लेकर कई धार्मिक मान्यताएं हैं।
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक जब चंद्र ग्रह मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में प्रवेश करता है और 15वें दिन चित्रा नक्षत्र में पूर्ण हो जाता है तब चैत्र का महीना शुरू होता है। आइए जानते हैं इस माह में रखी जाने वाली सावाधानियों के बारे में...
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इस महीने रखें ये सावधानियां
- इस महीने से धीरे-धीरे अनाज खाना कम करना चाहिए।
- पानी अधिक पीना चाहिए, फल खाएं।
- इस महीने में गुड़ नहीं खाना चाहिए।
- इस महीने में चना खाना बहुत अच्छा माना गया है।
- इस महीने से बासी भोजन, खाना बंद कर देना चाहिए।
- इस महीने में सूर्य और देवी की उपासना करना चाहिए।
- नाम यश और पद प्रतिष्ठा के लिए सूर्य की उपासना करें।
- शक्ति और ऊर्जा के लिए देवी की उपासना करना चाहिए।
- इस महीने में लाल फलों का दान करना चाहिए।
- नियमित रूप में पेड़ पौधों में जल डालना चाहिए।
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इस माह में जरूर करें ये काम
- चैत्र के महीने में सूर्य देव की पूजा करें। सूर्यदेव की पूजा करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
- इस माह में भगवान विष्णु की पूजा और आराधना करें। श्री हरि के
मछली स्वरूप की पूजा करें।
- चैत्र मास में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा-अर्चना करना चाहिए।
Created On :   22 March 2022 8:56 AM GMT