महाकाल की नगरी में श्रावण का उल्लास, आज दर्शन को पहुंचेंगे शिवराज-वसुंधरा
डिजिटल डेस्क, उज्जैन। महाकाल बाबा (Baba Mahakal) की नगरी में श्रावण का अलग ही माहौल होता है। पूरे नगर में बाबा की सवारी की तैयारी होती है। सुबह की भस्म आरती, पूजन और श्रंगार के बाद शाम को बाबा नगर भ्रमण पर निकलते हैं। इस अवसर पर दृश्य बेहद आकर्षक नजर आता है।
लाखों की तादाद में भक्त इस अवसर पर महाकाल बाबा के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। पालकी पर राजाधिराज बाबा महाकाल की सवारी को भक्त जयकारे लगाते हुए आगे ले जाते हैं। श्रावण के हर सोमवार को यह दृश्य देखने मिलता है।
महाकाल शिवलिंग दुनिया का एकमात्र शिवलिंग है, जहां भस्म की आरती होती है। यह आरती बेहद अलौकिक, अद्भुत और अविस्मरणीय होतीं है। प्रतिदिन तड़के 4.00 बजे होने वाली आरती श्रावण सोमवार के मौके पर रात को 2.30 बजे शुरू होती है। वैदिक मंत्रों, स्तोत्र पाठ, वाद्य-यंत्रों, शंख, डमरू और घंटी-घड़ियालों के साथ भस्म आरती की जाती है। आज मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया भी बाबा का आशीर्वाद लेने उज्जैन पहुंचेंगे। शाम 4 बजे महाकाल मंदिर से सवारी निकलेगी।
Created On :   24 July 2017 8:50 AM IST