Masik Shivaratri: मासिक शिवरात्रि पर करें शिव-पार्वती की पूजा, मिलेगा दीर्घायु, ऐश्वर्य, और आरोग्य का वरदान
- यह दिन भगवान शिवजी को समर्पित होता है
- व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं
- पूजा रात 12:06 मिनट से 12:46 मिनट तक
डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिन्दू धर्म में हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि (Masik Shivaratri) के रूप में मनाया जाता है। आषाढ़ मास में यह तिथि 04 जुलाई 2024, गुरुवार यानि कि आज है। यह दिन देवों के देव महादेव भगवान शिवजी को समर्पित होता है। इसके साथ ही मां पार्वती की पूजा की जाती है। भक्त इस दिन व्रत भी रखते हैं।
ऐसा माना जाता है कि, मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और व्यक्ति को दीर्घायु, ऐश्वर्य, आरोग्य, संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है और मृत्यु उपरांत वह शिवलोक जाता है। आइए जानते हैं इस पर्व का मुहूर्त और पूजा विधि...
तिथि कब से कब तक
तिथि आरंभ: 04 जुलाई 2024, गुरुवार की सुबह 05 बजकर 54 मिनट से
तिथि समापन: 05 जुलाई 2024, शुक्रवार की सुबह 04 बजकर 57 मिनट तक
पूजा का शुभ मुहूर्त: रात 12 बजकर 06 मिनट से 12 बजकर 46 मिनट के बीच
बन रहे हैं ये दो योग
ज्योतषाचार्य के अनुसार, आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि पर दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस दिन वृद्धि योग सुबह 7 बजे से लेकर अगले दिन सुबह 5 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। वहीं दूसरा मृगशिरा नक्षत्र बन रहा है, जो सुबह से लेकर अगले दिन 03 बजकर 54 तक रहेगा।
शिव चतुर्दशी व्रत विधि
- इस दिन भगवान शिव की पूजा में सबसे पहले शिवलिंग का अभिषेक करें।
- शिवलिंग का अभिषेक जल, दूध, दही, शुद्ध घी, शहद, शक्कर या चीनी, गंगाजल तथा गन्ने के रसे आदि से करें।
- अभिषेक के दौरान ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
- अभिषेक करने के बाद शिवलिंग पर बेलपत्र, समीपत्र, कुशा तथा दुर्बा आदि चढ़ाएं।
- पूजा के दौरान गाय के घी का दीपक जलाएं।
- पूजा के अंत में शिव जी को भोग के रुप में गांजा, भांग, धतूरा तथा श्री फल (नारियल) समर्पित करें।
रात्रि के समय शिव मंत्रों का करें
“ॐ नम: शिवाय” या” शिवाय नम:”
या
"ॐ नमः शिवाय शुभं शुभं कुरू कुरू शिवाय नमः ॐ"
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।
Created On :   4 July 2024 1:01 PM IST