इस दिन से शुरू होने जा रहे हैं चातुर्मास, जानिए इन 5 उपाय के बारे में जो बदल देंगे आपकी किस्मत
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डिजिटल डेस्क, भोपाल। सनातन धर्म में चातुर्मास का अलग ही महत्व होता है। इस वर्ष चातुर्मास 29 जून 2023 से शुरू हो रहे हैं, जो आषाढ़ शुक्ल की एकादशी से प्रारंभ होकर कार्तिक शुक्ल एकादशी तक चलेंगे। चातुर्मास में चार महीने (श्रावण, भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक) होते हैं लेकिन अधिकमास होने के कारण इस साल चातुर्मास की अवधि 5 महीने की हो गई है। चातुर्मास की शुरुआत से मांगलिक और शुभ कार्यों पर प्रतिबंध लग जाता है। चातुर्मास के दौरान यदि आप किसी भी समस्या या परेशानी से जूझ रहे हैं तो इस समय आपको कुछ दुर्लभ उपाय करने चाहिए जिससे आपको बेहद लाभ होगा साथ ही इन उपायों को करने से आपको सुख शांति भी मिलेगी। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में....
मौन वर्त का पालन करें
चातुर्मास में मौन व्रत रखने से आत्मविश्वास में वृद्धि और मानसिक- शारीरिक तौर पर मजबूती मिलती है। यही कारण है कि चातुर्मास के दौरान साधु संत तीर्थ यात्रा नहीं करते हैं और पूरा समय मौन व्रत की साधना में व्यतीत करते हैं। ऐसा माना जाता है कि चातुर्मास के दौरान जलस्तर बढ़ जाता है और वातावरण अशुद्ध रहता है जिस वजह से मौन व्रत रखने से मन शांत और शुद्ध रहता है।
इन चीजों का करें दान
यदि आपकी नौकरी में तरक्की में किसी भी प्रकार की कोई बाधा आ रही है तो चातुर्मास में चीजों का दान करने से आपको जल्द ही लाभ देखने को मिलता है। चातुर्मास में चप्पल, छाता, कपड़े, अन्न और कपूर का दान करने से भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त होने से नौकरी और बिजनेस में आ रही बाधा में तुरंत लाभ मिलता है।
कर्ज से राहत पाने के लिए इन चीज का करें दान
चातुर्मास में अन्न और गौ दान को काफी लाभदायक माना जाता है। गौ और अन्न दान करने से कर्ज की समस्या से राहत मिलती है। साथ ही धन प्राप्ति के मार्ग भी खुल जाते हैं और अटका धन प्राप्त होता है। चातुर्मास में एक समय का भोजन करना सेहत के लिए काफी अच्छा माना गया है।
धार्मिक ग्रंथों का पाठ करें
चातुर्मास के समय मंत्र साधना का विशेष महत्व होता है। चातुर्मास के दौरान धार्मिक ग्रंथों का पाठ और अपने ईष्ट देव के मंत्रों का नियमित रूप से जाप करने से ग्रह दोष और शत्रु बाधा से मुक्ति मिलती है साथ ही आपकी सेहत के लिए भी काफी लाभदायक होता है।
सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठे
चातुर्मास के समय जमीन पर सोना और रोजाना बह्म मुहूर्त में उठना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यदि चातुर्मास के समय कोई भी व्यक्ति सूर्य की पूजा करता है तो उसके शरीर में बल की बढ़ोतरी के साथ मान-सम्मान में भी तरक्की होती है।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग- अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।
Created On :   27 Jun 2023 6:15 PM IST