उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने सुल्तानपुर हिंसा पर मांगी रिपोर्ट
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने सुल्तानपुर में हुई हिंसा के संबंध में रिपोर्ट मांगी है। पुलिस ने सोमवार को सुल्तानपुर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के जुलूस के दौरान हुई झड़प के सिलसिले में 55 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और 30 को गिरफ्तार किया है। घटना में कम से कम 12 लोगों को मामूली चोटें आई हैं।
मौलवी मौलाना मेहतरुल इस्लाम ने कहा कि मामले में जिन लोगों पर मामला दर्ज किया गया है वे मुख्य रूप से अल्पसंख्यक समुदाय से हैं। पुलिस ने आरोपी पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया है और भारतीय दंड संहिता और उत्तर प्रदेश सार्वजनिक और निजी संपत्ति अधिनियम, 2020 के नुकसान की वसूली की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस अधीक्षक, सुल्तानपुर, सोमेन बरमा ने कहा, घटना के सीसीटीवी फुटेज और वीडियो क्लिप के आधार पर, 55 लोगों की पहचान की गई है, जिनमें से 30 को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार लोगों में एक मदरसे के प्रिंसिपल और मौलवी शामिल हैं, जिन्होंने कथित तौर पर जुलूस पर पथराव करने के लिए भीड़ को उकसाया।
अधिकारी ने कहा कि मौके पर मौजूद रहवासियों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। पुलिस उन लोगों की पहचान करने का भी प्रयास कर रही है जिनके वाहन हिंसा के दौरान क्षतिग्रस्त हो गए और उनका मामला दर्ज किया गया। उन्होंने कहा, दोनों पक्ष हिंसा के पक्षकार थे।
शाम करीब 6 बजे 10 अक्टूबर को कम से कम 50 लोग दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए जुलूस निकाल रहे थे। जब जुलूस इब्राहिमपुर इलाके में पहुंचा, तो अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों ने तेज संगीत पर आपत्ति जताई और जुलूस वालों से कहा कि वे नमाज की पेशकश कर रहे हैं। इस बात को लेकर विवाद हो गया, जिससे दोनों गुटों में मारपीट हो गई।
सोर्सः आईएएनएस
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Created On :   13 Oct 2022 4:00 AM GMT