चोर चोरी करने के लिए करता था ड्रेस कोड इस्तेमाल
डिजिटल डेस्क, प्रयागराज। प्रयागराज में एक चोर को गिरफ्तार किया गया है। चोरी करते समय वह ड्रेस कोड का इस्तेमाल करता था। चोरों के एक गिरोह के मास्टरमाइंड 22 वर्षीय विवेक कुमार पाल ने बाजार से बाइक उठाते समय कैजुअल कपड़े पहने थे, वहीं जब वह अदालत परिसर से वाहन चुरा रहा था, तब उसने सफेद शर्ट और काली पैंट पहनी थी।
सफेद शर्ट-काली पैंट अन्य वकीलों के साथ घुलने-मिलने में सक्षम बनने के लिए पहनी गई थी। पुलिस उपाधीक्षक (कर्नलगंज) अजीत सिंह चौहान ने कहा कि गिरोह का मास्टरमाइंड विवेक कुमार पाल अपराध को अंजाम देने के लिए एकदम सही नजर रखने में विश्वास करता था, ताकि संदेह पैदा होने की संभावना कम से कम हो।
डिप्टी एसपी ने आगे कहा कि वह बाजार, कोचिंग संस्थान, अस्पताल, या कार्यालय के बाहर से बाइक लेने के लिए उपयुक्त कैजुअल पहनता था और अदालत परिसर में चोरी के लिए सफेद शर्ट और काली पैंट पहनता था। उन्होंने कहा कि पाल को दूसरी बार ऑटो लिफ्टिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसे पहले 2021 में इसी आरोप में नैनी से गिरफ्तार किया गया था।
पूछताछ के दौरान, पाल ने दावा किया कि उसने अपनी प्रेमिका की मांगों को पूरा करने के लिए ऑटो लिफ्टिंग शुरू की। पाल ने दावा किया कि उन्होंने महामारी के दौरान 2020 में ऑटो लिफ्टिंग शुरू की और किडगंज, सिविल लाइंस और कर्नलगंज से बाइक और अन्य दोपहिया वाहन चुराते थे और उन्हें जाली दस्तावेजों के साथ ट्रांस-गंगा और यमुना जेब में बेच देते थे।
पुलिस ने गिरोह के पास से 20 लाख रुपये की 24 चोरी की बाइकें भी बरामद की हैं और छह को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। पाल स्नातक हैं और उसने बी.एससी. की है। उसने वास्तव में अपने से वरिष्ठ ऑटो लिफ्टरों को अपने गिरोह में भर्ती किया, यह पता लगाने के बाद कि उनके पास चोरी के वाहनों को बेचने के लिए बेहतर विचार हैं। गिरफ्तार गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान इंद्र बहादुर पाल, विजय कुमार बिंद, अर्जुन सिंह, मनीष कुमार और धर्मेंद्र कुमार के रूप में हुई है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   24 May 2022 10:00 AM IST